- रोड किनारे इन्क्रोचमेंट के चलते नहीं बचा पाए अपनी जान
- गुलरिहा में छात्र तो शाहपुर में छात्रा की एक्सीडेंट में मौत
GORAKHPUR: रोड पर इन्क्रोचमेंट से ट्रैफिक प्रॉब्लम तो आम बात है लेकिन सोमवार को इस इन्क्रोचमेंट की वजह से एक छात्र और छात्रा को जिंदगी से हाथ धोना पड़ गया। गुलरिहा एरिया में रोड किनारे रखी किसी की गिट्टी पर बाइक फिसलने से छात्र ट्रक की चपेट में आ गया वहीं जेल बाईपास पर सड़क किनारे रखे लकड़ी के बोटों के चलते साइकिल सवार छात्रा क्रेन की चपेट में आ गई। गंभीर हाल में छात्रा को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। छात्रा की मौत से उसकी सहेली सदमे में आ गई। छात्रा के मोहल्ले के लोगों ने रोड जाम कर सड़क पर इन्क्रोचमेंट को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया। पुलिस क्रेन के ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
गिट्टी पर फिसल गई बाइक
पहली घटना गुलरिहा एरिया में हुई। महराजगंज जिले के श्यामदेउरवा, सुमेरगढ़ निवासी सीताराम का बेटा अरविंद 12वीं का छात्र था। सोमवार को अपने गांव के सूर्य प्रकाश के साथ वह मेडिकल कॉलेज एटीएम से पैसा निकालने आ रहा था। गुलरिहा बाजार में पहुंचा तो उसकी बाइक सड़क पर पसरी गिट्टी पर फिसल गई। बाइक फिसलने से वह गिर गया। गोरखपुर से महराजगंज जा रहे ट्रक की चपेट में आकर अरविंद कुचल गया। सड़क पर तड़पकर उसकी मौत हो गई। एक्सीडेंट में सूर्य प्रकाश घायल हो गया। घटना के बाद दोगुने रफ्तार में चालक ट्रक लेकर महराजगंज की ओर भाग निकला। एक्सीडेंट से गुस्साए लोगों ने गोरखपुर- महराजगंज हाइवे जाम कर दिया। गुलरिहा पुलिस ने लोगों को समझाबुझाकर शांत कराया। इस दौरान एक घंटे से अधिक समय तक आवागमन ठप रहा।
लकड़ी के बोटे बने मौत की वजह
दूसरी घटना शाहपुर एरिया में जेल बाईपास रोड पर पादरी बाजार के पास हुई। 11वीं की छात्रा हरसेवकपुर, नरिया टोला निवासी मनोज सिंह की बेटी उपमा सिंह और उसकी सहेली शिवानी रोजाना शाम को चार बजे कोचिंग करने राप्ती नगर जाती थीं। सोमवार की शाम करीब साढ़े चार बजे दोनों घर से निकलीं। खजांची चौराहे पर जाम होने से बाईपास की तरफ मुड़ गई। बाईपास पर जाम खुलते ही सरकारी बस को टोचन करके तेज रफ्तार क्रेन आ गई। क्रेन से बचने के लिए दोनों अपनी-अपनी साइकिल लेकर रोड किनारे चली गई लेकिन वहां रखे लकड़ी के बोटों में शिवानी सट गई। उपमा को खड़े होने की जगह नहीं मिली। वह साइकिल सहित क्रेन की चपेट में आकर घिसट गई। घटना से गुस्साए लोगों ने क्रेन ड्राइवर को पकड़ लिया। लोगों की सूचना पर परिजन पहुंचे। उन लोगों ने उपमा को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले की जांच करने पहुंची पुलिस को लोगों ने बताया कि आरा मशीन वाले सड़क किनारे लकड़ी के बोटे रखते हैं। अतिक्रमण के चलते छात्रा को जान गंवानी पड़ी।