- सैटर्डे को मॉनिटरिंग करने निकला अतिक्रमण दस्ता
- मॉनिटरिंग में 50 से ज्यादा दुकानें तोड़ी गई, 20 से ज्यादा का सामान हुआ जब्त
- संडे को भी होगी मॉनिटरिंग, अचानक किसी भी एरिया में पहुंचेगी टीम
GORAKHPUR : लगातार पांच दिन से अतिक्रमण हटा रहा जीएमसी का अतिक्रमण दस्ता सैटर्डे को मॉनिटरिंग पर निकला। बेतियाहाता से शुरू हुई मॉनिटरिंग शाम भ् बजे कूड़ाघाट बाजार में खत्म हुई। कई जगह अतिक्रमणकारियों ने फिर से कब्जा जमा लिया था जिसे टीम ने तोड़ दिया। इस दौरान भ्0 से ज्यादा दुकानें फिर से तोड़ी गई और ख्0 से ज्यादा दुकानों का सामान जब्त किया गया। क्0 दुकानदारों से जुर्माना भी वसूला गया, टोटल ख्क्भ्00 रुपए वसूले गए।
मॉनिटरिंग में भी तोड़ा गया अतिक्रमण
सहायक नगर आयुक्त स्वर्ण सिंह के बीमार होने के चलते नगर आयुक्त ने रोड से अतिक्रमण हटाने की बजाय मॉनिटरिंग का निर्देश दिया था। अतिक्रमण दस्ता दोपहर करीब क्ख् बजे बेतियाहाता भगत सिंह चौराहे पहुंचा। वहां से जैसे ही फिराक गोरखपुरी चौराहे की ओर दस्ता रवाना हुआ, कुछ डॉक्टर्स के बोर्ड फुटपाथ पर नजर आए। अतिक्रमण दस्ते ने बिना किसी सूचना के उन्हें तोड़ दिया। आगे लगे कुछ और बोर्ड तोड़ने के बाद टीम ने कैंट थाने तक अतिक्रमण कर लगाई गई चार गुमटी तोड़ दी। दो दुकानों को जब्त कर लिया गया। फिर छात्रसंघ चौराहे से होकर दस्ता यूनिवर्सिटी चौराहा पहुंचा। करीब क्.फ्0 बजे व्हीपार्क पहुंची टीम ने लिट्टी-चोखा वाली दुकान का सारा सामान जब्त कर लिया।
नहीं सुधरे अतिक्रमणकारी, फिर मिला सबक
मॉनिटरिंग में कई जगह फिर अतिक्रमण नजर आया जिसे टीम ने हटा दिया। करीब ख् बजे मोहद्दीपुर पहुंचने पर दस्ते ने मांस की फ् दुकानों का सामान जब्त कर लिया। वहीं आरकेबीके के पास स्थित गैराज का चालान काटने के साथ कई दुकानें तोड़ दी गई। रामगढ़ ताल पुल के पार कई दुकानदारों के फुटपाथ पर कब्जा जमाने पर जुर्माना काटा गया। कूड़ाघाट तिराहे पर टीम के पहुंचने के पहले ही अतिक्रमण साफ हो गया था। काली मंदिर के पास एक दुकानदार ने सड़क किनारे बालू रखी हुई थी, इस पर टीम ने बालू हटाने की चेतावनी देते हुए जुर्माना वसूला। तीन दिन पहले अतिक्रमण हटाने के बाद फिर से कुछ ने कब्जा जमा लिया था, फिर अतिक्रमण मिलने पर दस्ते ने सबका सामान जब्त कर लिया।
कोई नहीं आया बचाने
नगर निगम की ओर से चलाए जा रहे अभियान में सैटर्डे को पहली बार ऐसा हुआ जब अतिक्रमण के विरोध में कोई शख्स सामने नहीं आया। जिस भी दुकानदार ने अतिक्रमण किया, दस्ते के पहुंचने पर उन्होंने सामान हटाने का वायदा किया और जुर्माना भरा। कैंट थाने से छात्रसंघ चौराहे की ओर बढ़ने पर टीम को वकीलों के विरोध का सामना भी नहीं करना पड़ा जबकि इससे पहले जब भी यहां अतिक्रमण हटाया जाता था, कोई न कोई वकील ठेले-खोमचे वाले को बचाने के लिए आ जाता था।
लगातार अतिक्रमण हटाने के बाद सैटर्डे को नगर निगम की टीम को मॉनिटरिंग करने के लिए बोला गया था। उन्होंने मॉनिटरिंग के बाद रिपोर्ट सौंप दी है। अतिक्रमण हटाने का काम लगातार चलता रहेगा।
राजेश कुमार त्यागी, नगर आयुक्त