- एफआइआर दर्ज होने से नाराज कर्मचारियों की चेतावनी

GORAKHPUR : जिला अस्पताल में एसआइसी व कर्मचारियों के बीच तलवार मयान से बाहर आ चुकी हैं। शनिवार को एसआइसी की तहरीर पर चार एंप्लाइज के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज होने से नाराज कर्मचारियों ने स्वास्थ्य सेवाएं ठप करने की चेतावनी दे डाली है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने एसआइसी कार्यालय पर धरना देने जबकि लैब टेक्नीशियनों ने स्वास्थ्य सेवाएं बाधित करने की चेतावनी दी है।

मरीजों को नहीं होगी परेशानी

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद मंगलवार को जिला अस्पताल में धरना व कार्य बहिष्कार करेंगे। इस पर एसआईसी डॉ। एचआर यादव ने कहा कि इससे मरीजों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उनको किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। इस दिन जिला अस्पताल में कार्य सुचारु रूप से होंगे। अस्पताल के निष्ठावान चिकित्सक व कर्मचारी इस दिन काम पर रहेंगे। अस्पताल के मरीजों का हित सर्वोपरि हैं और इससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

बैठक कर एफआईआर बताई फर्जी

इस सीरीज में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद गोरखपुर मंडल अध्यक्ष रमेश तिवारी की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें कर्मचारियों पर दर्ज एफआइआर को फर्जी बताया गया। एसआइसी पर एंप्लाइज का मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने उपस्थिति पंजिका अपने वालों से फड़वाया और आरोप कर्मचारियों पर मढ़ दिया है। महिला कर्मचारियों की तहरीर पर अबतक एसआइसी पर एफआइआर दर्ज नहीं हुई है। यहा आश्चर्यजनक बात है। एंप्लाइज ने चेतावनी दी है कि अगर एफआइआर निरस्त नहीं की गई, तो सभी एंप्लाइज धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।

एफआईआर की निंदा की

बैठक का संचालन मंडलीय मंत्री ओपी तिवारी ने किया। उधर उत्तर प्रदेश लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन की बैठक में संगठन के प्रदेश महामंत्री बीबी सिंह, बीपी सिंह, एके मौर्या व रमेश सिंह पर एफआइआर की निंदा की। चेतावनी दी गई कि यदि एफआइआर निरस्त नहीं किया गया जिले के सभी लैब टेक्नीशियन कार्य बहिष्कार करते हुए प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक के खिलाफ धरना देने को बाध्य होंगे। जिला प्रशासन से कहा कि वह एफआरआर तत्काल प्रभाव से निरस्त कराएं, अन्यथा स्वास्थ्य सेवाओं में बाधा की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष शेष कुमार चौधरी ने की।