- मंदिर में एलईडी पंखे लगाने शुरू, लगेंगे 1000 एलईडी पंखे
- 100 वॉट की जगह 7 वॉट के एलईडी बल्ब लगाए जाएंगे
GORAKHPUR: आध्यात्मिक ऊर्जा के स्रोत गोरखनाथ मंदिर में अब विद्युतीय ऊर्जा को बचाने की दिशा में पहल शुरू हो गई है। शुक्रवार को मंदिर में एलईडी पंखे लगाने का काम शुरू हो गया। एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड के तहत योजना का शुभारंभ करते हुए सदर सांसद व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी के ऊर्जा के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह एक अभियान है। मंदिर में एलईडी लाइट और पंखे लगाकर 30 प्रतिशत बिजली बचाई जाएगी। गुरु गोरक्षनाथ हॉस्पिटल में पंखे बदलने से इसकी शुरुआत हो गई।
40 वाट के हैं पंखे
शुक्रवार को गुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय में एनर्जी एफिशिएंसी पंखे लगाने शुरू हुए। केन्द्र सरकार की यह योजना नेशनल हाइड्रो पावर कॉरपोरेशन के सहयोग से चल रही है। पंखे लगाए जाने के बाद गोरखनाथ संस्कृत विद्यापीठ में ऊर्जा की बचत होगी। 30 प्रतिशत मे ऊर्जा बचत करने के लिए एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट, स्ट्रीट लाइट और सीलिंग फैन लगाए जाएंगे। इस योजना में 100 वॉट के बल्ब की जगह सात वाट के एलईडी बल्ब और 80 वॉट के बल्ब की जगह 40 वॉट के एक हजार सीलिंग फैन लगाए जाएंगे। वहीं गोरखपुर महानगर के एलईडी लाइट लगाने जा रहा है, लेकिन अभी तक नगर निगम द्वारा कार्यदायी संस्था के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर न होने के कारण यह योजना लागू नहीं हो पा रही है। इस दौरान मुख्य रूप से गुरु गोरक्षनाथ हॉस्पिटल के निदेशक बिग्रेडियर डॉ। केपीबी सिंह, उपमुख्य चिकित्साधिकारी व ब्लड बैंक प्रभारी डॉ। अवधेश अग्रवाल, डॉ। डीपी सिंह, डॉ। आरके मल्ल, डॉ। दीपक खेतान, डॉ। देवी प्रसाद श्रीवास्तव सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।