- दो दिन से शहर में चार से पांच घंटे कट रही बिजली

- सीएम के आदेश बावजूद पब्लिक को मिल रहा धोखा

- सब-स्टेशनों को मिल रही 20 घंटे की बिजली

GORAKHPUR: सोलह मार्च को शहर के बिजली घरों में एक आदेश आया कि सीएम अखिलेश यादव के फरमान के तहत अब शहर के 22 घंटे तक बिजली मिलेगी। बिजली विभाग ने इस फरमान को आदेश मानते हुए लागू भी कर दिया, लेकिन हकीकत इससे कहीं बहुत दूर है। इसलिए तो आदेश आने के दूसरे दिन जब आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने शहर के लगभग आधे दर्जन सब स्टेशनों का सप्लाई रिकार्ड को खंगाला तो सच सामने आया कि अभी भी शहर की सप्लाई व्यवस्था पुराने ढर्रे पर चल रही है। शहर को अभी भी 20 से 21 घंटे बिजली मिल रही है। इसके अलावा लोकल फॉल्ट शहर के बिजली सप्लाई को और बदरंग कर रहा है।

20 से 21 घंटे हो रही सप्लाई

बिजली विभाग कागजों में सीएम के आदेश छूने की कोशिश कर रहा है। बिजली विभाग पिछले आधा दर्जन से शहर में सीएम के आदेश के तहत 22 घंटे बिजली सप्लाई करने कागजी कार्रवाई कर रहा है। बिजली विभाग के तीन सब स्टेशनों में पिछले तीन दिन में 20.30 से 21 घंटे तक प्रतिदिन बिजली सप्लाई हो पाई है। वहीं सबसे अधिक कटौती का सामना रुस्तमपुर और शाहपुर सब स्टेशन के जुड़े एरिया को करना पड़ा है। इन एरिया में दो दिन के आंकड़ों को देखें तो प्रतिदिन 19 घंटे तक बिजली सप्लाई हुई है।

दिनांक सब स्टेशन सप्लाई का समय

17 मार्च यूनिवर्सिटी 20.35 घंटे

17 मार्च मोहद्दीपुर 21 घंटे

17 मार्च खोराबार 20.45 घंटे

17 मार्च शाहपुर 19 घंटे

17 मार्च रुस्तमपुर 19.20 घंटे

17 मार्च तारामंडल 20.50 घंटे

बिजली सप्लाई का दावा केवल हवा-हवाई है। गर्मी आते ही बिजली विभाग के अफसर 24 घंटे बिजली सप्लाई का दावा करने लगते हैं, लेकिन जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, बिजली कटौती का सिलसिला शुरू हो जाता है और यह सिलसिला पूरे गर्मी भर चलती है।

किरन सिंह, हाउस वाइफ

बिजली अफसर की लापरवाही के कारण शहर में बिजली कटौती हो रही है। सप्लाई का दावा करते हैं और बाद में बिजली कटा देते हैं। जब पब्लिक फोन करके पूछती है तो एक ही बयान देते हैं कि लोकल फॉल्ट है जल्द ही बिजली आ जाएगी।

संजय कुमार, दुकानदार