- फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ मनाई जाएगी ईद
- घरों में पढ़ी जाएगी नमाज, मस्जिदों और ईदगाहों में पढ़ेंगे सिर्फ पांच लोग
GORAKHPUR: ईद-उल-फित्र का त्योहार सोमवार को बेहद सादगी व परंपरा के मुताबिक मनाया जाएगा। ईदगाहों व शहर की तमाम मस्जिदों में साफ-सफाई मुकम्मल हो चुकी है। लॉकडाउन से ईदगाहों व मस्जिदों में केवल पांच लोग ही ईद-उल-फित्र की नमाज अदा करेंगे। वहीं बाकी लोग उलेमा-ए-किराम की अपील पर अमल करते हुए ईदगाहों व मस्जिदों में नहीं जाएंगे और घरों में नमाज अदा करेंगे, वहीं जो ऐसा नहीं कर पाते हैं तो वह दो या चार रकात नफ्ल नमाज चाश्त की बतौर शुकराना अदा करेंगे। इस बार ईद की नमाज के बाद मुसलमानों में गले मिलने व हाथ मिलाने की सदियों पुरानी परंपरा को छोड़कर नए अंदाज में दिल से दिल मिलाकर ईद की मुबारकबाद देंगे। मुस्लिम समुदाय के लोग गले मिलकर, हाथ मिलाकर ईद की मुबारकबाद नहीं पेश करेंगे। वहीं मुस्लिम घरों में दावतों का दौर भी नहीं चलेगा।
घरों में दिखी ईद की खुमारी
रविवार को माह-ए-रमजान का 30 रोजा मुकम्मल हो गया। लोगों ने अपनी छतों से ईद के चांद का दीदार कर चांद देखने की दुआ पढ़ी। अल्लाह से खैर व बरकत दुआ मांगी। दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद नार्मल स्थित तंजीम उलेमा-ए-अहले सुन्नत की चांद कमेटी ने ईद के चांद का औपचारिक ऐलान किया। इसके बाद लोगों ने एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देनी शुरू कर दी। लॉकडाउन में लोगों ने मुबारकबाद देने के लिए फोन, एसएमएस व सोशल मीडिया का सहारा लिया। मस्जिदों में एतिकाफ में बैठे लोगों ने अपना एतिकाफ मुकम्मल कर अल्लाह का शुक्र अदा किया। इफ्तार करने के बाद जहां पुरुषों ने ईद का सामान जैसे सेंवई, खोवा, मेवा आदि खरीदने के लिए पास की दुकानों की तरफ रुख किया, वहीं महिलाएं घरों को साफ-सुथरा करने में जुट गईं। रोजेदारों ने चांद रात में सलातुल तस्बीह की नमाज पढ़ी। कुरआन-ए-पाक की तिलावत की। खूब दरूदो-सलाम का नजराना पेश किया। गुनाहों की माफी मांगी। खुसूसी दुआएं मांगी। महिलाओं ने भी नमाज, तिलावत व तस्बीह कर अल्लाह से दुआएं मांगीं।
बेवजह घर से बाहर न निकलें: नायब काजी
मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी (नायब काजी) ने कहा कि ईद-उल-फित्र का त्योहार सादगी के साथ मनाएं। ईद में गरीबों व जरूरतमदों की मदद करें। लॉकडाउन का सख्ती के साथ पालन करें। मस्जिद व ईदगाह में केवल पांच लोग ईद की नमाज अदा करें। बेवजह घर से बाहर न निकलें। फिजिकल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें। कोरोना वायरस के खात्मे की खुसूसी दुआ करें।