- कुछ एरियाज में हल्के झटके किए गए महसूस
- रातों की नींद उड़ी, टेंशन में बीत रही है रात
GORAKHPUR : भूकंप के झटकों ने नेपाल के साथ ही गोरखपुराइट्स का जीना भी मुहाल कर दिया है। बार-बार नेपाल में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं, लेकिन उसका असर गोरखपुर में भी नजर आ रहा है। अब तो गोरखपुराइट्स का न तो दिन ठीक से बीत रहा है और न ही रातें सुकून से गुजर पा रही है। सैटर्डे को सुबह से शाम तक भूकंप के कुछ झटके महसूस किए गए। इसके बाद गोरखपुराइट्स की टेंशन और भी बढ़ गई है। मारे डर के बड़ी तादाद में लोग दिन में घरों से बाहर टहलते नजर आए, वहीं उनकी रातें भी खुले आसमान तले बीतीं।
नेपाल में सैटर्डे को आए फ् झटके
टेक्टॉनिक प्लेट्स में हलचल बरकरार रहने की वजह से भूकंप का सिलसिला जारी है। सैटर्डे को नेपाल में चार झटके महसूस किए गए। इसमें पहला झटका जहां सुबह 9 बजकर 9 मिनट पर महसूस किया गया, वहीं दूसरा झटका 9 बजकर ख्0 मिनट पर आया। इनकी इंटेंसिटी रेक्टर स्केल पर ब्.ख् और फ्.भ् मापी गई। अभी लोग इससे उबरे ही थे कि शाम करीब भ् बजकर ब् मिनट पर एक और झटके ने लोगों को डरा दिया। इसकी इंटेंसिटी भ्.7 रही, इसका बिहार में ज्यादा असर देखने को मिला।
डर ने उड़ा रखी है गोरखपुराइट्स की नींद
भूकंप का डर गोरखपुराइट्स के दिलो दिमाग में बैठ चुका है। अब तो खाली बैठे ही भूकंप का झटका महसूस कर रहे हैं। इसके डर की वजह से उनकी नींद भी हराम हो चुकी है। हल्की सी आहट भी उनकी नींद खराब कर दे रही है। इसमें सबसे ज्यादा बुरा हाल बुजुर्गो का है, जिन्हें हल्की सी हलचल भी भूकंप मालूम हो रही है और इससे वह पूरा घर सिर पर उठा ले रहे हैं। डरे-सहमे खुद को बाहर जा रहे हैं, साथ ही सभी घर वालों को भी बाहर निकाल दे रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा असर छोटी उम्र के बच्चों पर हो रहा है, इससे वह काफी सहम चुके हैं।
अफवाहों का बाजार अब भी गर्म
दो दिन पहले आए भूकंप के झटकों के बाद अब भी अफवाहों का बाजार गर्म है। इसमें सबसे ज्यादा निगेटिव अफेक्ट सोशल नेटवर्किंग साइट्स के साथ ही मैसेंजर्स के थ्रू सर्कुलेट होने वाली अफवाहों की वजह से पड़ रहा है। इस मामले में इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट, लखनऊ के डायरेक्टर जेपी गुप्ता का कहना है कि भूकंप की प्रिडिक्शन नहीं की जा सकती है, इसलिए लोगों को यह स्वीकार करने की जरूरत है। जब तक सारी एनर्जी बाहर नहीं आ जाती, तब तक आफ्टर शॉक्स आते रहेंगे। इनकी तीव्रता मेन शॉक्स से काफी कम होगी। सेंटर प्वाइंट्स से एरिया की दूरी बढ़ने के साथ ही तीव्रता भी कम हो जाएगी।