- भूकंप के झटकों ने बढ़ाई अपार्टमेंट में रहने वालों की धड़कनें
- ग्राउंड फ्लोर पर रहने को मजबूर रेजिडेंट
<- भूकंप के झटकों ने बढ़ाई अपार्टमेंट में रहने वालों की धड़कनें
- ग्राउंड फ्लोर पर रहने को मजबूर रेजिडेंट
GORAKHPUR :GORAKHPUR : मैं बेड पर सो रहा था, अचानक भूकंप के झटके महसूस हुए तो फटाफट बच्चों को लेकर ग्राउंड फ्लोर पर आ गया। ऐसा झटका तो ख्भ् अप्रैल को भी महसूस नहीं किया था। ये एक्सपीरियंस है बेतियाहाता के सराफा अपार्टमेंट में रहने वाले अरविंद कनोडिया। ऐसा महसूस करने वाले अरविंद अकेले नहीं है, सिटी के अपार्टमेंट्स में रहने वाले ज्यादातर लोग इसी ट्रॉमा से गुजर रहे हैं। भूकंप ने अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों की रात की नींद फिर से उड़ा दी है। सराफा, जेमिनी और अंबेश्वरी जैसे अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों की मानें तो वे हर हलचल पर नजर रखते हैं। भूकंप के संकेत मिलते ही तुरंत सीढि़यों के जरिए ग्राउंड फ्लोर की ओर भागते हैं।
टॉप फ्लोर्स से सीधे ग्राउंड पर
धर्मशाला बाजार स्थित एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में रहने वाले संतोष गुप्ता बताते हैं कि उनका मकान चार फ्लोर का है। उनकी पूरी फैमिली थर्ड और फोर्थ फ्लोर पर रहती है, लेकिन भूकंप के झटकों ने उन्हें मजबूर कर दिया है कि वह पूरी फैमिली के साथ फर्स्ट और सेकेंड फ्लोर पर रहें। उनका कहना है कि ऐसा इसलिए किया गया है ताकि झटके आने पर आसानी से ग्राउंड फ्लोर पर आ सकें। कमोबेश शक्तिनगर के रहने वाले श्रीनिवास ने भी यही फंडा अपनाया है। उनकी फैमिली के सभी मेंबर्स फर्स्ट फ्लोर पर शिफ्ट कर चुके हैं।
जब भूकंप आया तो मेरी धड़कन तेज हो गई। इतना जोरदार झटका ख्भ् अप्रैल को महसूस किया था। जैसे ही भूकंप का झटका आया, पूरी फैमिली के साथ सीढि़यों से ग्राउंड फ्लोर की तरफ भागा।
सुधीर अग्रवाल, सराफा अपार्टमेंट
मैं आफिस में बैठकर काम निपटा रहा था। अचानक आए भूकंप के जोरदार झटके से घबरा गया। कर्मचारियों को बाहर लेकर ग्राउंड में चला आया।
बिरला सिंह, एआरएम फायनेंस
स्कूल में क्लास चल रही थी। अचानक भूकंप के झटके से सांस अटक गई थी। भूकंप के जोरदार झटके के बाद स्कूल में छुट्टी हो गई। किसी तरह से घर पहुंच पाया।
सिद्धार्थ, स्टूडेंट
इससे पहले वाले भूकंप के दौरान भी मैं स्कूल में था। ट्यूज्डे को क्लास चल रही थी, अचानक मुझे चक्कर आने जैसा फील हुआ। मैं समझ गया कि फिर भूकंप आ गया। मैं तुरंत क्लास से बाहर निकला। सभी बच्चों की एक साथ छुट्टी कर दी गई।
सिद्धात, स्टूडेंट