गोरखपुर (ब्यूरो)। जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि गोरखपुर में आए भूकंप के दौरान कई बिल्डिंग हिल गई थीं। लोग घर से बाहर निकल गए थे। अफरा-तफरी का माहौल था। जो जहां था, वहीं पर फंस गया था, चूंकि गोरखपुर नेपाल से सटे हुए हैैं, इसलिए गोरखपुर सिसमिक जोन 3 और 4 में आता है, जो खतरनाक माना जाता है।
ध्वस्त हो गए थे मोबाइल नेटवर्क
2015 में गोरखपुर में भूकंप आया था, उस वक्त सारे मोबाइल टावर्स के नेटवर्क ध्वस्त हो गए थे। टॉवर के हिल जाने से मोबाइल फोन काम करना बंद कर दिया, करीब 45-60 मिनट तक यह समस्या बनी रही। वायरलेस कम्युनिकेशन नहीं हो सका। भूकंप का झटका बेहद ज्यादा था, इसलिए गोरखपुर विश्वविद्यालय कैंपस में ट्रांजिट प्वाइंट बनाया गया था।
नेपाल से लोग पहुंचे थे गोरखपुर
भूकंप के झटके भले ही गोरखपुर में महसूस किए गए हैं, लेकिन इनका केंद्र नेपाल में था और वहां भारी तबाही मची थी। इस दौरान करीब 11 हजार लोगों को रेस्क्यू कर नेपाल के रास्ते गोरखपुर लाया गया। उन्हें भोजन कराया गया। यह सबकुछ स्थानीय कम्युनिटी के खर्च पर कराया गया। जो विदेशी फंसे हुए थे, उन्हें भी रेस्क्यू किया गया। विदेशी मुद्रा के लिए एक्सचेंज काउंटर खोला गया था, साथ ही एटीएम भी लगाए गए, रिजर्वेशन काउंटर खोले गए, ताकि लोगों को उनके घर तक वापस भेजा जा सके।
भूकंप आने पर क्या करें
- अगर भूकंप के वक्त आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं।
- घर में किसी मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे बैठकर हाथ से सिर और चेहरे को ढकें।
- भूकंप के झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें।
- अगर रात में भूकंप आया है और आप बिस्तर पर लेटे हैं हैं तो लेटे रहें, तकिए से सिर ढक लें।
- घर के सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें।
- अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो किसी रुमाल या कपड़े से मुंह को ढंके।
- मलबे के नीचे खुद की मौजूदगी को जताने के लिए पाइप या दीवार को बजाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके।
- अगर आपके पास कुछ उपाय ना हो तो चिल्लाते रहें और हिम्मत ना हारें।
भूकंप आने पर क्या ना करें
- भूकंप के वक्त अगर आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों और बिजली के खंभों से दूर रहें।
- गर आप गाड़ी चला रहे हो तो उसे रोक लें और गाड़ी से बाहर ना निकलें। किसी पुल या फ्लाइओवर पर गाड़ी खड़ी ना करें।
- भूकंप के समय अगर आप घर में हैं तो बाहर ना निकलें।
- अगर आप भूकंप के वक्त मलबे में दब जाएं तो माचिस बिल्कुल ना जलाएं। इससे गैस लीक होने की वजह से आग लगने का खतरा हो सकता है।
- भूकंप आने पर घर में हैं तो चलें नहीं। सही जगह ढूंढें और बैठ जाएं।
- घर के किसी कोने में चले जाएं। कांच, खिड़कियों, दरवाजों और दीवारों से दूर रहें।
- भूकंप के वक्त लिफ्ट के इस्तेमाल बचें। कमजोर सीढिय़ों का इस्तेमाल न करें। लिफ्ट और सीढिय़ां दोनों ही टूट सकती हैं।
- भूकंप में अगर मलबे में दब जाएं तो ज्यादा हिले नहीं और धूल ना उड़ाएं। आपके आप-पास जो चीज़ मौजूद हो उसी से अपनी मौजूदगी जताएं।
- भूकंप के दौरान आप पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं