गोरखपुर (ब्यूरो)।बच्चे और बुजुर्गों को अस्पताल तक पहुंचने की नौबत आ रही है। यही वजह है कि जिला अस्पताल की ओपीडी में सोमवार को सबसे ज्यादा भीड़ दिखाई दी।
ओपीडी में भीड़
बता दें, जिला अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी के कमरा नंबर 28 में जहां डॉ। राजेश कुमार व डॉ। बीके सुमन मरीजों को देख रहे थे। इन मरीजों में सबसे ज्यादा मरीज हीट स्ट्रोक के थे। पेशेंट्स को बुखार, सिर में दर्द और लूज मोशन की शिकायत थी। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ। ने बताया कि 6 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों में कमजोर प्रतिरोधक क्षमता होती है और वे हीटवेव के प्रभाव के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं और अस्पताल में हीट स्ट्रोक के लक्षणों की शिकायत करने वाले बच्चों की संख्या में 50 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
बच्चे जल्द हो रहे बीमार
डॉ। नरेश अग्रवाल ने बताया, ज्यादातर मामले जिनमें हीट स्ट्रोक शामिल है, उसमें बच्चों की संख्या अधिक है। गर्मी और गर्म हवाओं के संपर्क में आने से बच्चे जल्द ही बीमार हो रहे हैैं। पिछले महीने की तुलना में इस महीने अस्पताल आने वाले मामलों की संख्या में 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
ये हैैं लक्षण
- हीटस्ट्रोक की वजह से सिरदर्द, पेट की परेशानी, बुखार, बेहोशी, डीहाईड्रेशन आदि जैसे लक्षण शामिल हैं।
कैसे करें बचाव
- धूप से बचाव के लिए छाता लेकर चलें।
- इसके साथ ही ताजे फलों का जूस और ओआरएस का घोल देने की सलाह देते हैं
- फलों में विशेष रूप से पानी वाले फलों, तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए।
- इसके अलावा वे ठंडा पानी न पीएं।
जिला अस्पताल में आए पेशेंट
- उल्टी दस्त, बुखार - 325
- हड्डी से संबंधित - 237
- चर्म रोग - 176
- दंत रोग - 74
- इमरजेंसी - 233
ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। हीट स्ट्रोक के मरीज भी बढ़े हैैं। ओपीडी में आने वाले मरीजों को देखने के लिए डाक्टर्स की टीम लगाई गई है। वह निरंतर उनके इलाज के लिए मेडिसिन प्रेसक्राइब कर रहे हैैं।
डॉ। राजेंद्र ठाकुर, एसआईआसी, जिला अस्तपाल