गोरखपुर (ब्यूरो)।यूनिवर्सिटी प्रशासन ने ऐसे 247 स्टूडेंट्स को सेमेस्टर एग्जाम देने पर रोक लगा दी है जिनकी अटेंडेंस किसी क्लास में 75 परसेंट से कम थी। राहत की बात यह है कि स्टूडेंट्स को केवल उन्हीं सब्जेक्ट्स के एग्जाम से रोका गया है जिसमें उनका अटेंडेंस 75 परसेंट से कम है। इसमें सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स 197 बीटेक के हैं। इसके अलावा बीबीए के 16 और बीफार्मा के 20 स्टूडेंट्स शामिल हैं। पीजी में एमबीए के 11, एमएससी के दो और एमसीए का एक स्टूडेंट शामिल हैं।
मेडिकल रीजन से मिलेगी छूट
इस सजा में मेडिकल रीजन के आधार पर छूट देने की व्यवस्था भी दी गई है। इसके मुताबिक यदि किसी स्टूडेंट का अटेंडेंस 60 परसेंट प्रतिशत से अधिक है और 75 परसेंट न होने को लेकर मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाता है तो उसकी समीक्षा के बाद उसे एग्जाम देने का मौका मिल सकता है। हालांकि ऐसे बहुत कम ही स्टूडेंट हैं, जिन्हें सभी सब्जेक्ट का एग्जाम देने से रोका गया है। ज्यादातर स्टूडेंट्स का एक या दो सब्जेक्ट में अटेंडेंस कम है।
ये हैं यूनिवर्सिटी के रूल्स
यूनिवर्सिटी के यूजी/ पीजी शैक्षणिक अध्यादेश की व्यवस्था के मुताबिक यदि किसी स्टूडेंट का अटेंडेंस किसी सेमेस्टर की सभी क्लासेज (थ्योरी, प्रैक्टिकल और ट््यूटोरियल) को मिलाकर 75 परसेंट से कम है तो उसे उन सभी सब्जेक्ट्स का एग्जाम देने से रोकने का प्रावधान है। कोरोना काल से पहले तक इस व्यवस्था का कड़ाई से पालन किया जा रहा था। कोरोना काल में स्टूडेंट्स को थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन अब यूनिवर्सिटी ने फिर से सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।