गोरखपुर (ब्यूरो)।डीटीआई के आसपास दलालों व अराजकतत्वों की बढ़ती भीड़ को संभागीय निरीक्षक (आरआई) ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने शाहपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक को पत्र लिखकर दलालों व अराजकतत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
टेस्ट पास कराने का देते हैं झांसा
जानकारों का कहना है कि दलाल और अराजकतत्व दिनभर डीटीआई के आसपास व सड़कों पर मंडराते रहते हैं। कुछ सड़कों पर स्थित साइबर कैफे वाली दुकानों में अभ्यर्थियों की तलाश करते रहते हैं। दूर-दराज गांवों से पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को लाइसेंस के लिए टेस्ट पास कराने का झांसा देते हैं और बदले में धन उगाही करते हैं। एक लाइसेंस के लिए दो से पांच हजार रुपये की मांग करते हैं। इसके अलावा वे लाइसेेंस के नवीनीकरण के लिए भी अभ्यर्थियों से पैसा मांगते हैं। कई अभ्यर्थी उनके झांसे में फंस भी जाते हैं। इसमें बाहरी के अलावा अंदर के कर्मचारियों की मिलीभगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
घर बैठे बनवा सकते हैं लाइसेंस
यहां जान लें कि लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए डीटीआई पहुंचने की आवश्यकता नहीं होती। अभ्यर्थी घर बैठे आनलाइन आवेदन कर कंप्यूटर पर टेस्ट देकर लाइसेंस बनवा लेते हैं। परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आनलाइन आवेदन के बाद अभ्यर्थियों को टेस्ट देने अपने वाहन के साथ डीटीआइ पहुंचना अनिवार्य होता है। डीटीआइ के ट्रैक पर आरआइ की उपस्थिति में अभ्यर्थियों का टेस्ट लिया जाता है। इसके बाद परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जाते हैं। डीटीआइ में प्रतिदिन 50 से 60 अभ्यर्थी टेस्ट देने अभ्यर्थी पहुंचते हैं। आरआइ राघव कुशवाहा का कहना है कि इधर कुछ दिनों से डीटीआइ के आसपास अराजकतत्वों की सक्रियता बढ़ गई है। कार्रवाई के लिए शाहपुर के थानाध्यक्ष को लिखा गया है।
दो डग्गामार बसों का चालान, 80 हजार जुर्माना
अनधिकृत रूप से चल रही डग्गामार बसों के खिलाफ परिवहन विभाग ने जांच अभियान तेज कर दिया है। संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) संजय कुमार झा के निर्देश पर यात्री कर अधिकारी वीके आनंद की टीम ने शुक्रवार को पिपराइच में गोरखपुर से बिहार जा रही दो डग्गामार बसों को पकड़ा। बसों का चालान करने के साथ टीम ने 80 हजार जुर्माना लगाया। टीम में विजय प्रताप सिंह, रामसमुझ कुमार आदि शामिल थे।