- मुख्य सचिव ने सूखा राहत के मामले को 15 मई तक निपटाने का दिया है निर्देश

- बेलघाट में 151 राजस्व गांवों की सूची बनाने का जिम्मा सिर्फ 6 लेखपाल पर

BELGHAT: क्षेत्र में सूखा राहत के लिए किसानों की सूची और राशि वितरण से संबंधित डिटेल 15 मई तक लेखपालों को उपलब्ध कराना है। इस संबंध में मुख्य सचिव के निर्देश से लेखपालों के हाथ-पांव फूल गए हैं। राजस्व निरीक्षक क्षेत्र बेलघाट के 151 राजस्व गांवों के लिए 24 लेखपाल के पद हैं लेकिन मात्र 6 लेखपाल ही तैनात हैं। अब इतने लेखपालों को ही पूरे सर्किल काम का देखना है। इस कारण तय समय पर काम पूरा होने में लेखपालों की कमी आड़े आ सकती है।

खाली हैं कई पद

बेलघाट क्षेत्र के 151 राजस्व गांव के विभिन्न सरकारी कार्यो के निस्तारण के लिए 24 लेखपाल क्षेत्र की स्वीकृति है। लेकिन बर्तमान में मात्र 6 लेखपाल जगदीश, श्रीराम, छोटेलाल, रामसुरेश और पवन कुमार की ही तैनाती है। हाल में लेखपालों की नियुक्ति के बाद भी क्षेत्र में इतने पद के खाली रहने से काफी परेशानी हो रही है।

बचे हैं सिर्फ 5 दिन

इतने लम्बे क्षेत्र के लिए मात्र इतने लेखपाल से सूखा राहत का निस्तारण 15 मई तक हर हाल में किये जाने के मुख्य सचीव के फरमान का अनुपालन हो पाना सम्भव नहीं दिख रहा है। लेखपालों को भय सता रहा है कि यदि समय से सूखा राहत सूची जमा नहीं किया गया तो मुख्य सचिव के फरमान के अनुसार उन पर गाज गिर सकती है। तय तिथि पूरा होने में सिर्फ 5 दिन का समय है। ऐसे में लेखपालों के हाथ-पांव फूल रहे हैं।

राजस्व मामलों का निस्तारण नहीं

तहसील दिवस से लेकर थाना दिवस पर पहुंचने वाले मामलों में सबसे अधिक राजस्व से जुड़े मामले होते हैं। इनके निस्तारण की जिम्मेदारी लेखपालों पर ही होती है। अधिकारी रिपोर्ट भेजकर समय से निस्तारण का आदेश देते हैं लेकिन एक लेखपाल पर कई राजस्व गांवों की जिम्मेदारी होने के कारण वे समय से कभी काम नहीं कर पाते। इस कारण मामलों के निस्तारण में विलंब होता है। यही कारण है कि तहसील दिवस पर मामलों का अंबार लगा हुआ है। यदि लेखपालों के रिक्त पद भर जाएं तो ग्रामीणों के कई समस्याओं का हल हो सकता है।

काफी दिनों से लेखपालों की कमी है। उच्चाधिकारियों को अवगत भी कराया जाता है लेकिन समस्या के निस्तारण के लिए कोई पहल नहीं होती।

- अवध बिहारी प्रसाद, राजस्व निरीक्षक, बेलघाट