- चौरीचौरा के देवीपुर गांव में किसानों से की बात, सुविधाओं के बारे में जाना

- नलकूप, नहर में पानी की स्थिति की जांच की

CHAURICHAURA: जिला प्रशासन की ओर से सूखे की भेजी गई रिपोर्ट का स्थलीय सत्यापन करने बुधवार को चौरीचौरा में केन्द्र और प्रदेश की संयुक्त टीम पहुंची। कृषि विभाग के अवर सचिव एन रेड्डी के नेतृत्व में टीम ने गांव में किसानों से बात की और सूखे से क्षति का आकलन किया। किसानों ने बताया कि यहां सूखे से 90 फीसदी फसल बर्बाद हो गई। टीम ने नहर, नलकूप, बिजली और कृषि से संबंधित अन्य सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। यहां से टीम देवरिया के लिए रवाना हो गई।

स्कूल में जुटे किसान

जांच टीम सुबह 8.45 बजे चौरी चौरा क्षेत्र के देवीपुर गांव में पहुंची। गांव स्थित स्कूल में पहुंचकर किसानों से बात की और सूखे से हुई क्षति की जानकारी ली। देवीपुर के प्रधान संघ अध्यक्ष रामनाथ यादव ने टीम से मांग की कि 50 वर्ष से भी अधिक पुराने ट्यूबवेल बदले जाएं। वाटर लेबल काफी नीचे है, इससे सिंचाई में भी दिक्कत हो रही है। किसानों ने बताया सूखे के कारण धान की 90 फीसदी फसल मारी गई। इस बार भी सूखे का प्रकोप है। नहर सूखे पड़े हैं। इस मौके पर मौजूद चौरी चौरा की नायब तहसीलदार अमिता यादव, लेखपाल गणपति चौरसिया, कृष्ण देव वर्मा, दया नंद मिश्रा, छोटे लाल, शरद चंद सहित गांव के परमा नंद यादव, नेबू लाल, दीप नारायण, राजेश यादव, बाबू राम, अनिल, वीरेन्द्र यादव आदि ने भी टीम को बताया कि सूखे से इलाके में काफी क्षति हुई है। आधे घंटे की पड़ताल के बाद टीम चौरीचौरा स्थित शहीद स्मारक स्थल पर पहुंची और नमन किया। शहीद स्थली पर नगर अध्यक्ष ज्योति प्रकाश गुप्ता ने टीम के सदस्यों का स्वागत किया।

टीम ने किसानों से पूछे सवाल

- बिजली समय से मिलती है या नहीं?

- नहरों में पानी समय से आता है कि नहीं?

- ट्यूबवेल की स्थिति ठीक है या नहीं?

- पशु चारे के लिए क्या व्यवस्था है?