गोरखपुर (ब्यूरो)। रीजन के अभी तक रोडवेज के ड्राइवर्स को ट्रेनिंग के लिए कानपुर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर जाना पड़ता है वहां पर ड्राइवर्स को ट्रेनिंग दी जाती है। रोडवेज के पास कानपुर में अपना ट्रेनिंग सेंटर है इसके अलावा और कहीं सेंटर नहीं है। इस वजह से ये तय किया गया कि राप्तीनगर रीजनल वर्कशॉप के पास 3 एकड़ जमीन है जो खाली पड़ी हुई है। इस जमीन का इस्तेमाल किया जाए और यहां ट्रेनिंग सेंटर बना दिया जाए।

कई एकड़ में फैली है रीजनल वर्कशॉप

शहर से जुड़ा राप्तीनगर रीजनल वर्कशॉप भी है। ये पूरा कैंपस कई एकड़ का है। इसमें गोरखपुर डिपो वर्कशॉप है, जिसमें बसें मरम्मत के लिए खड़ी होती है और बसों का आना-जाना लगा रहता है। मेन रोड पर होने के बावजूद रोडवेज अपनी इस बेशकीमती जमीन का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा था, अब रोडवेज की इस जमीन का इस्तेमाल करने की प्लानिंग बनाई है। उनका कहना है कि यदि अप्रूवल मिल गया तो तीन एकड़ जमीन पर ट्रेनिंग सेंटर बना दिया जाएगा।

ट्रेनिंग के लिए इन वाहनों की जरूरत

ड्राइविंग ट्रेनिंग के लिए रोडवेज प्रशासन को बस, ट्रक, इनोवा, ट्रैक्टर, बाइक, स्कूटी, टेम्पो आदि की जरूरत होगी।

राप्तीनगर रीजनल वर्कशॉप में खाली तीन एकड़ जमीन पर ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए प्रपोजल बनाया जा रहा है। उसे हेडक्वार्टर लखनऊ को भेजा जाएगा। वहां से अप्रूवल मिल जाने के बाद काम शुरू किया जाएगा।

- धनजी राम, एसएम, गोरखपुर रीजन