- सोते समय दबोचकर गले पर किया वार, इत्मीनान से लूटपाट
- आरोपी को अरेस्ट करके पुलिस ने बरामद किया लूट का माल
GORAKHPUR: कोतवाली एरिया की पॉश कॉलोनी, विन्ध्यवासिनी नगर में हाई प्रोफाइल डबल मर्डर का खुलासा पुलिस ने रविवार को किया। ट्रेवल एजेंसी के ड्राइवर ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर रेलवे इंजीनियर और उनकी पत्नी का बेरहमी से कत्ल किया था। लूट के इरादे से छत के रास्ते घर में दाखिल होते ही चोरों ने दंपति की जान ले ली। दोनों की जान लेकर इत्मीनान से 45 मिनट तक घर खंगाला। लूट का सामान समेट कर आराम से निकल गए। एसएसपी लव कुमार ने पूरे मामले की जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
फतेहपुर भाग गया था कातिल
एसएसपी ने बताया कि वारदात के बाद ड्राइवर अपने साथियों के साथ फतेहपुर जिले में मामा के घर चला गया था। घटना के खुलासे को लेकर विन्ध्यवासिनी नगर कौतूहल रहा। दंपति के इकलौते बेटे और परिवारीजन, शुभचिंतक भी पुलिस लाइन पहुंचे। परिजनों के हर सवाल का जवाब देकर एसएसपी ने तीन अन्य अभियुक्तों को जल्द से जल्द अरेस्ट करने का आश्वासन दिया। पुलिस की अलग-अलग टीम फरार तीन अभियुक्तों की तलाश में लगी है। हाई प्रोफाइल मर्डर का राजफाश करने पर आईजी जोन की ओर से 15 हजार का इनाम पुलिस टीम को दिया गया।
शुक्रवार को हुई डबल मर्डर की जानकारी
एनई रेलवे के उप मुख्य विद्युत इंजीनियर कॉलोनी संजय श्रीवास्तव, उनकी पत्नी एचपी चिल्ड्रेन स्कूल में प्राइमरी सेक्शन की प्रिंसिपल तुलिका श्रीवास्तव कोतवाली, विन्ध्यवासिनी नगर मोहल्ले में रहते थे। उनके इकलौते बेटे प्रणव उर्फ हर्षुल मुंबई में रहकर साउंड इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते हैं। शुक्रवार की सुबह स्कूल ड्राइवर युसूफ गाड़ी लेकर पहुंचा। मैडम के बाहर न निकलने पर स्कूल टीचर्स को सूचना दी। टीचर्स के बताने पर मोहल्ले में रहने वाले संजय के बहनोई डॉक्टर दीपक पहुंचे। कमरे में दोनों की डेड बॉडी देखकर सन्न रह गए। दोनों का गला रेतकर बदमाश पूरा घर खंगाल ले गए थे।
पूछताछ में खुली कहानी
पुलिस अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने मौके का मुआयना किया। हाई प्रोफाइल मर्डर के खुलासे के लिए अलग-अलग टीम लगाई गई। एसटीएफ भी मामले की तफतीश में जुट गई। रविवार को पुलिस टीम ने कांशीराम आवास योजना के पास गायघाट में ड्राइवर पिंटू उर्फ अनवर और उसके मामा फतेहपुर जिले के लतीफपुर, थरियावां निवासी बेती सदाद निवासी महताब हुसैन को अरेस्ट किया। पूछताछ में दंपति के कत्ल और लूट की कहानी खुल गई। उनके पास से मोबाइल, लैपटॉप, नकदी और करीब ढाई लाख की ज्वेलरी बरामद हुई। पूछताछ में पिंटू ने बताया कि हजारीपुर मोहल्ला निवासी अपने परिचितों गोलू, सोनू और राजू के साथ मिलकर वारदात का प्लान बनाया।
मंगलवार को रची थी साजिश
हाईप्रोफाइल मर्डर में पुलिस की टीम ने जांच शुरू की तो पता लगा कि बशारतपुर, पानी टंकी के पास ट्रैवल एजेंसी का ड्राइवर जटाशंकर निवासी पिंटू उर्फ अनवर अक्सर दंपति के घर आता-जाता था। एक जनवरी को लखनऊ की जरूरी मीटिंग में जाने के लिए इंजीनियर संजय ने ड्राइवर को बुलवाया। 31 की रात में लखनऊ जाते समय हरैया के पास कार के सामने नील गाय आ गई। एक्सीडेंट में कार डैमेज होने पर ट्रेन से संजय लखनऊ चले गए। रात में गाड़ी लेकर लौट आया। पांच जनवरी, मंगलवार को बरगदवां से गाड़ी मरम्मत कराकर दो साथियों के साथ वह विन्ध्यवासिनी नगर मोहल्ले में गया। रास्ते में लूट का प्लान बनाकर तीनों ने मकान की रेकी की। गाड़ी का बम्फर बांधने के लिए तार लेने के बहाने वह छत पर गया। रेकी करने के बाद काफी देर तक तुलिका मैडम के साथ रहा। उनसे बातचीत करके घर लौट गया।
टीम को 15 हजार का इनाम, परिजन संतुष्ट
पिंटू और उसके मामा को अरेस्ट करने वाली पुलिस टीम में शामिल इंस्पेक्टर कोतवाली विजय राज सिंह, सीनियर सब इंस्पेक्टर शेर बहादुर सिंह, क्राइम ब्रांच के स्वाट प्रभारी धर्मेद्र सिंह, सर्विलांस सेल के एसआई गोपाल प्रसाद, कांस्टेबल देवेंद्र यादव, सुभाष सिंह, सनातन सिंह, मोहम्मद शोएब और धर्मेद्र तिवारी को आईजी की ओर से 15 हजार का इनाम दिलाने की घोषणा एसएसपी ने की। एसएसपी ने बताया कि वर्ष 2009 में चोरी के आरोप में पिंटू जेल जा चुका है। उसके सहयोगी सोनू और गोलू भी लूट सहित कई मामलों के आरोपी हैं।
लूट के लिए दंपति की हत्या की गई। हत्या में उपयोग किए गए हथियार, अभियुक्तों के खून से सने कपड़े, मृतका का मोबाइल, ज्वेलरी सहित कई सामान बरामद हुआ है। फिंगर प्रिंट और ब्लड के सैंपल से सबूतों का मिलान कराया जाएगा। इस मामले में फरार तीन अन्य अभियुक्तों को पुलिस जल्द ही अरेस्ट कर लेगी। दंपति के बेटे और उनके परिवारीजन खुलासे से संतुष्ट हैं।
लव कुमार, एसएसपी गोरखपुर