गोरखपुर (ब्यूरो)।वहीं, सड़कों पर तेज रफ्तार में वाहन दौड़ा रहे लोगों के प्रति ट्रैफिक पुलिस का रवैया काफी ढीला है। गुरुवार को ट्रैफिक कार्यालय जाने पर पता चला कि ब्रीथ एनालाइजर रखा है, पर कहां है इसका पता नहीं। यही कारण है कि ड्रिंक एंड ड्राइव में चालान के आंकड़े सबसे कम हैं।
केस 1
नशे में धुत कार सवार ने मारी ठोकर, पैर घुटने से अलग
7 नवंबर की देर रात बीआरडी मेडिकल कॉलेज गेट के सामने दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। यहां तेज रफ्तार ब्रेजा कार ने ओवरटेक करते समय दो बाइक सवार युवकों को ठोकर मार दी, जिसमें बाइक पर पीछे बैठे युवक विजय प्रताप ओझा का घुटने से अलग होकर पैर 20 फिट दूर जा गिरा। जांच में पता चला कि कार में सवार पांच युवक महिला मित्रों के साथ पिपराइच क्षेत्र के एक रिसॉर्ट से दोस्त की बर्थडे पार्टी से नशे में धुत होकर गोरखपुर लौट रहे थे।
केस 2
नशे में कार चालक ने आठ वाहनों में मारी टक्कर
15 नवंबर की शाम शाहपुर के कौआबाग के पास एक साइकिल सवार को टक्कर मारने के बाद भाग रहे कार चालक ने एक किमी। के अंदर चार कार और तीन बाइक सवारों को ठोकर मार दी। पब्लिक ने घेराबंदी कर पादरी बाजार के पास कार चालक जगंल तिकोनिया नंबर 2 शाहपुर निवासी नितिश सिंह को पकड़ लिया। पिटाई के बाद पब्लिक ने नितिश को पुलिस को सौंप दिया। नितिश ने स्विफ्ट डिजायर कार से एक साइकिल सवार, विनोद दूबे की फाच्र्युनर,संदीप त्रिपाठी की इनोवा में, मनीष सिंह के आटो में, रूपेश की अर्टिगा, मधुसूदन शर्मा की बाइक और स्कूटी सवार को टक्कर मारी थी। गुरुवार को शाहपुर पुलिस ने नितिश सिंह पर हत्या का प्रयास समेत कई गंभीर मामले में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भिजवा दिया।
हाथी दांत बने ब्रीथ एनालाइजर
ट्रैफिक पुलिस के पास ब्रेथ एनलाइजर मशीनें हैं, ताकि ड्रिंक एंड ड्राइव पर रोक लगाई जा सके और चेकिंग कर नियम तोडऩे वालों पर कार्रवाई की जा सके। लेकिन सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस केवल जाम हटाने तक सीमित रह गई है। वहीं, ब्रीथ एनालाइजर मशीन ट्रैफिक पुलिस के दफ्तर में धूल फांक रही है।
ड्रिंक एंड ड्राइव में हुए चालान
माह चालान शमन शुल्क
जनवरी 5 10000
फरवरी 2 0
मार्च 1 0
अप्रैल 2 0
मई 2 0
जून 17 0
जुलाई 18 10000
अगस्त 4 0
सितंबर 10 0
अक्टूबर 8 0
(नोट: आंकड़े ट्रैफिक पुलिस के अनुसार लगभग में हैं.)
एक नजर में हादसे और मौत
4 नवंबर : शनिवार को गीडा एरिया में ट्रक की टक्कर से पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई।
4 नवंबर : शाहपुर महुंवा तिराहा गोड़धोइया पुल के पास कार की टक्कर से बाइक सवार की मौत।
5 नवंबर : गीडा एरिया में रविवार को डबल डेकर बस ने बाइक सवार को रौंद दिया। युवक की मौत, एक घायल।
5 नवंबर : रविवार को बड़हलगंज के रामकोला के पास हाइवे पर पिकअप की चपेट में बाइक सवार दो भाई आए, एक की मौत।
6 नवंबर : गुलरिहा भटहट बासथान मार्ग पर राजगीर बिल्लू की ट्रेलर के चपेट में आने से मौत।
6 नवंबर : चौरीचौरा के फुटहवा में 54 साल के रामपुकार को अज्ञात वाहन ने मारी ठोकर, मौत।
6 नवंबर : हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के घोटवा में दरवाजे पर बैठे 70 वर्षीय बुधिराम की कार के चपेट में आने से मौत।
7 नवंबर : उरूवा बाजार धुरियापार रोड पर मां के साथ बाजार जा रही 7 वर्षीय आतिफा की पिकटप की चपेट में आने से मौत।
8 नवंबर : चिलुआताल क्षेत्र में बरगदवां के पास अज्ञात वाहन की चपेट में आने से युवक की मौत।
15 नवंबर : शाहपुर, गोला और जंगल धूषण में अलग-अलग हादसों में तीन लोगों ने जान गई।
ठंड बढ़ते ही अचानक हादसे भी बढ़े हैं। इसको रोकने के लिए उपाय किए जा रहे हैं। तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों पर अंकुश लगाया जाएगा। रात में चौराहों पर ब्रीथ एनालाइजर से भी चेकिंग कराई जाएगी।
श्याम देव, एसपी ट्रैफिक