- एक नाले की सफाई पूरी न होने के बावजूद दूसरे नाले की सफाई करने पहुंच जा रहे हैं सफाईकर्मी
- सफाईकर्मियों ने शेड्यूल बनाने के लिए उठाई आवाज
- शहर में सभी नाले गर्मी में हो रहे हैं ओवरफ्लो
GORAKHPUR: बरसात में जल जमाव से शहर को निजात दिलाने की नगर निगम की योजना हवा-हवाई साबित होने लगी है। होली बाद से शहर के नालों की सफाई का काम तो शुरू हो गया, लेकिन उसकी स्पीड इतनी सुस्त है कि दो महीनों में 10 परसेंट काम भी पूरा नहीं हो सका है। जिस गति से सफाई का काम चल रहा है, उससे यही लगता है कि इस बार यही नाले एक तिहाई शहर को डुबो देंगे।
बिना शेड्यूल सफाई है वजह
सफाई कराने के लिए नगर निगम के जिम्मेदारों ने कोई शेड्यूल या प्लान नहीं बनाय है। इसकी वजह से सफाईकर्मी भी मनमाफिक सफाई के लिए पहुंचते हैं और थोड़ा सफाई कर वापस लौट लेते हैं। इतना ही नहीं, इन सबके बीच पार्षद भी अपना वर्चस्व दिखाने में लग जा रहे हैं, जिससे एक नाले को आधा-अधूरा छोड़ कर्मचारी उस ओर रुख कर ले रहे हैं। स्थिति यह है कि जिस हिस्से की सफाई हुई है, उसकी हालत फिर से उसी तरह हो जा रही है।
सफाईकर्मियों पर पार्षदों का दबाव
जिन वार्डो से बड़े नाले गुजरे हैं, उन वार्डो के पार्षद सफाईकर्मियों पर बिना वजह दबाव बना रहे हैं। सभी पार्षद चाहते हैं कि पहले हमारे यहां के नाले की सफाई हो जाए। एक सुपरवाइजर का कहना है कि एक दिन वार्ड नं 30 के नाले की सफाई का काम हो रहा था। आधी सफाई थी कि दूसरे दिन वार्ड नं 69 में जाना पड़ गया। ऐसे में प्रॉपर सफाई के लिए कुछ नहीं कहा जा सकता। उसने बताया कि इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारी से शेड्यूल बनाने की मांग किए है, जिससे नियमित सफाई का काम हो सके।
केवल 15 नाले हुए साफ
शहर के गंदा पानी निकालने के लिए कुल 239 नाले बने हैं। इन्हीं नालों से शहर के गंदे पानी के साथ ही बारिश का पानी भी निकलता है। अक्टूबर में बारिश के बाद से लेकर फरवरी तक इन नालों में सिल्ट जमा हो जाता है, जिसके नाले से पानी नहीं निकल पाता है। मार्च से मई के बीच इस नाले का सिल्ट निकाला जाता है। इस वर्ष भी नाले की सफाई का काम शुरू कर दिया गया, लेकिन अभी तक केवल 15 नालों की सफाई हो पाई है। सबसे अधिक प्रॉब्लम शहर के बाहरी एरिया की है। यहां के नाले और नालियों की सफाई बिल्कुल भी नहीं हुई। जिसकी वजह से इस भीषण गर्मी में भी नालियां ओवरफ्लो कर रहा है और सड़कों पर पानी फैला हुआ है।
सफाई का काम शुरू हो गया है। इसके लिए कोई शेड्यूल नहीं बना था, जिससे ठीक से सफाई न होने की बात सामने आयी है। जल्द ही शेड्यूल बना दिया जाएगा।
सतीश कुमार सिंह, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी