गोरखपुर (ब्यूरो) यादवजी का बेटा हूं यह वही गाना जिसपर बड़हलगंज में विवाद हुआ। बताया जा रहा है कि मंगलवार रात बड़हलगंज कोतवाली के रुदौली निवासी वीरू के घर उनके बेटे के बर्थडे प्रोग्राम में डीजे बज रहा था। उसी समय मिट्टी लदी एक ट्रैक्टर ट्रॉली उधर से गुजरी, जिसमें तेज आवाज में यादव जी का बेटा हूं गाना बज रहा था। बर्थडे प्रोग्राम में आए लोगों ने ट्रैक्टर ट्रॉली रोककर उन्हें गाड़ी धीरे चलाने और गाना बंद करने को कहा। इस पर दोनों पक्षों में काफी देर तक नोक-झोंक चली, फिर सभी लोग अपने घर चले गए।
गाडिय़ों में भरकर आए युवकों ने बोल दिया हमला
दूसरे दिन बुधवार सुबह करीब 7 बजे दो ट्रैक्टर ट्रॉली, दो बोलेरो और कई बाइक से आए लोगों ने रुदौली गांव में हमला बोल दिया। रुदौली में जो भी मिला, उसे मारने-पिटने लगे। उसी समय रुदौली निवासी राजकिशोर भी बीच बचाव करने पहुंचे। हमलावरों ने राजकिशोर के सीने में गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं, हमले में गांव के अरविंद, सूर्यप्रकाश और सुभाष को गंभीर चोटें आईं।
पब्लिक बोली- खनन माफिया ने ले ली जान
हत्या से नाराज पब्लिक ने हमलावरों की बोलेरो, मोटरसाइकिल और मिट्टी लदी ट्रैक्टर ट्रॉली क्षतिग्रस्त कर दी। इसके बाद साऊखोर-सेमरा मार्ग पर जाम लगा दिया। पब्लिक ने भी यह भी आरोप लगाया कि यहां खनन माफिया राप्ती नदी से खनन करा रहे हैं। प्रशासन चुप्पी ने एक की जान ले ली।
हत्या से अनाथ हो गई बेटियां
मृतक राजकिशोर की तीन बेटियां और एक बेटा है। अब उनकी देखभाल कौन करेगा। यह एक बड़ा सवाल है। मृतक राजकिशोर मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। पत्नी घर पर रहती थी। तीन बेटियां क्रमश निशा बीए, मनीषा इंटर, रेशमा नौवीं और बड़ा बेटा अनुराग आईटीआई कर रहा है। सभी की जिम्मेदारी मृतक राजकिशोर पर थी।
हत्यारोपितों पर लगेगा गैंगस्टर और एनएसए
घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने कहा कि हत्याकांड में शामिल आरोपितों पर गैंगस्टर और एनएसए की कार्रवाई की जाएगी। उनकी गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच, एसओजी और अन्य टीमें लगाई गई हैं। बेटे अनुराग की तहरीर पर पुलिस ने सुनील यादव, अरविंद यादव, रामनाथ यादव पुत्रगण जवाहीर, राजेश पुत्र रामनाथ, अरविंद, गोविंद पुत्रगण राजेश, मोनू यादव पुत्र जवाहर निवासीगण डवनाडीह और पांच अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
पिपराइच: ससुर बना असुर, फावड़े से बहू को मार डाला
पिपराइच एरिया में एक ससुर असुर बन गया और फावड़े से मारकर अपनी बहू की जान ले ली। यहां तुलसी देई में बुधवार सुबह करीब 7 बजे यह घटना घटी। जिसकी सूचना पर एसपी नॉर्थ और एएसपी मानुष पारिख पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मृतक महिला के बेटे की तहरीर पर ससुर संतराज, कथित सास कलावती और देवरानी नीलम के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है।
महिला के पति की दस साल पहले हुई मौत
बताया जा रहा है कि तुलसीदेई निवासी संतराज चौरसिया की कोई संतान नहीं थी। वह अपने भाई बिंदा चौरसिया के साथ रहता था। बिंदा के बेटे हरिशचंद की मौत करीब दस साल पहले हुई थी। इसके बाद से ही हरिशचंद्र की विधवा पत्नी रीमा अपने दो बच्चों मुन्ना (17) और बेटी लक्ष्मी (10) को लेकर ससुराल वालों के साथ रहती थी।
सुबह हुआ विवाद
इसी बीच बुधवार की सुबह करीब 7 बजे रीमा का खाना बनाते समय चचेरे ससुर संतराज से विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि नाराज संतराज ने फावड़े से बहू रीमा पर प्रहार कर दिया। घटनास्थल पर ही रीमा की मौत हो गई। घटना के बाद संतराज फरार हो गया।
मृतका के बेटे ने लगाया आरोप
बताया जा रहा है कि बिंदा चौरसिया के बड़े भाई संतराज ने एक महिला कलावती को अपने साथ रखा था। कलावती तीन शादियां कर चुकी है। तीसरे पति की जायदाद पाने के लिए वह संतराज के साथ रह रही थी। घटनास्थल पर पहुंचे एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि महिला की हत्या उसके ससुर ने की है। उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है। कलावती को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।