- जिला अस्पताल में डेंगू के उपचार की है समुचित व्यवस्था
- एसआईसी बोले, प्राइवेट अस्पताल की तरह सारी सुविधाएं मिल रही जिला अस्पताल में
- जानकारी के अभाव में लोग चले जा रहे प्राइवेट अस्पताल, लग रही आर्थिक चपत
GORAKHPUR: डेंगू का दहशत इस कदर है कि लोग घबराहट में 'सबसे अच्छे अस्पताल' की तरफ भागते हैं। इस हड़बड़ी में लोग सबसे अच्छे और सबसे महंगे अस्पताल का फर्क भूल जा रहे हैं और उन्हें भारी आर्थिक चपत लग रही है। जिला अस्पताल के एसआईसी का कहना है कि शासन की तरफ से जिला अस्पताल में डेंगू के इलाज के खास इंतजाम किए गए हैं। डेंगू होने पर बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं है। परिजन पेशेंट को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। अभी तक जिला अस्पताल में डेंगू के एक भी पेशेंट की मौत नहीं हुई है। जो भी पेशेंट यहां आए हैं, वे ठीक होकर घर गए हैं। अभी डेंगू वार्ड में एडमिट दो पेशेंट का इलाज चल रहा है।
अस्पताल में सभी सुविधाएं
एसआईसी डॉ। एच.आर। यादव का कहना है कि जिला अस्पताल प्रशासन डेंगू को लेकर संजीदा है। डेंगू वार्ड में डॉक्टर व हेल्थ एंप्लाइज तैनात हैं और दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता है। पैथॉलोजी में एलाइजा टेस्ट से हुई डेंगू की पुष्टि के बाद उनका बेहतर उपचार किया जा रहा है। इलाज के दौरान जरूरत पड़ने पर उन्हें प्लेटलेट्स चढ़ाए जा रहे हैं। कई पेशेंट सिर्फ दवाइयों से ही ठीक हो चुके हैं।
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पांच और मरीज मिले
जिला अस्पताल के पैथॉलोजी से मिले आंकड़े में पांच और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। अब तक सिटी, ग्रामीण व अन्य जिले के 876 मरीजों का एलाइजा टेस्ट किया गया। जिसमें गोरखपुर जिले और अन्य जिले के 221 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। इसकी रोकथाम के लिए हेल्थ विभाग और नगर निगम की संयुक्त टीम इलाके में फॉगिंग और दवाओं को छिड़काव कर रही है। वहीं इलाके में जाकर लार्वा को भी नष्ट करने का काम किया जा रहा है।
वर्जन
जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में डॉक्टर्स व हेल्थ एंप्लाइज को सचेत किया गया है। दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता है। यहां भर्ती सभी पेशेंट ठीक होकर घर जा चुके हैं। सिर्फ दो पेशेंट का इलाज चल रहा है।
- डॉ। एचआर यादव, एसआईसी, जिला अस्पताल