गोरखपुर (ब्यूरो)। होलिका को कचरे, प्लास्टिक और पन्नी से तैयार किया जा रहा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पड़ताल में सामने आया कि लोग इनमें लकड़ी की जगह कचरा और प्लास्टिक फेंक रहे हैं। इससे पाल्युशन बढ़ेगा। निगम की भ्ी गोरखपुराइट्स से अपील है कि होलिका जलाएं। कचरा नहीं जलाएं।
शहर के जोन 1 में 13 वार्ड आते हैं। इसमें महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर एक, इंजीनियरिंग कॉलेज, महादेवा झारखंडी टुकड़ा नंबर दो, झरना टोला, गिरधरगंज, मोहद्दीपुर, जंगल तुलसीराम पश्चिमी, पूर्वी, शिपपुर सहबाजगंज, बिछिया कॉलोनी, जंगल शालीग्राम, घोषीपुरवा शामिल हैं। इस मोहल्लों में 50 हजार से अधिक लोग रहते हैँ। साथ ही यहां 60 से अधिक स्थानों पर होलिका दहन किया जाता है। यहां से 80 से 100 मीट्रिक टन कूड़ा हर दिन निकलता है और 15 परसेंट कचरा रह जाता है। लोग होलिका दहन में कचरा फेंक देते हैं।
जंगल सालिगराम में होलिका में डाला कचरा
होलिका दहन में गोबर के उपले, लकड़ी और सूखे पत्ते या टहनियां डाली जाती हैं। इसके अलावा गेंहू की बालियां और उबटन भी डाला जाता है। होलिका की राख को माथे पर लगाया जाता है, लेकिन फिलहाल टायर, कपड़े, रजाई गददे, कचरा, प्लास्टिक आदि भी होलिका में डालते हैं। जंगल सालिगराम क्षेत्र में होलिका में पन्नी और कचरे को डाला गया है।
पैडलेगंज-तारामंडल में रखी लकड़ी
दैनिक जागरण टीम ने शहर के विभिन्न स्थानों पर रखी होलिका की पड़ताल की तो पैडलेगंज और तारामंडल में फिलहाल होलिका में सूखी लकड़ी रखी गई है। स्थानीय लोगों की मानें तो चंदा कर वे होलिका में लकड़ी और उपले ही डालेंगे।
बढ़ता है पाल्युशन लेवल
होलिका में पॉलिथिन, प्लास्टिक सहित गंदा कचरा जलाने से पॉल्युशन लेवल भी बढ़ता है। इन एरियाज में पॉल्युशन लेवल डेंजरस लेवल पर पहुंच जाता है। क्योंकि लोग आग में तमाम चीजें जलाते हैं। इस धुएं में कार्बन मोनो ऑक्साइड, नाइट्रोजन जैसी घातक गैस भी शामिल होती है। सड़क पर होलिका जलाने से सड़कें खराब हो जाती हैं। वहीं, होलिका में कचरा डालने से वह उड़कर वातावरण को दूषित करता है। जो तमाम बीमारियों का कारण बनता है।
जोन 1 में आने वाले वार्ड
वार्ड ------ वार्ड का नाम
01 महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर एक
03 इंजीनियरिंग कॉलेज
05 महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर दो
14 झरना टोला
20 गिरधरगंज
57 मोहद्दीपुर
15 जंगल तुलसीराम पश्चिमी
17 जंगल तुलसीराम पूर्वी
13 शिवपुर सहबाजगंज
36 बिछिया कॉलोनी
28 जंगल शालीग्राम
24 घोसीपुरवा