- सिटी में लगने वाले जाम के झाम से बचने के लिए बाइक व कार छोड़ साइकिल है बेस्ट सवारी

- आई नेक्स्ट बाइकॉथन सीजन-7 में पार्टिसिपेट करने के लिए लोगों में जबरदस्त उत्साह

GORAKHPUR: आरपीएम एकेडमी प्रेजेंट्स आई नेक्स्ट बाईकॉथन सीजन-7 का दिन जैसे-जैसे करीब आ रहा है लोगों में उतनी ही उत्सुकता बढ़ती जा रही है। इसी बीच शहर के कुछ ऐसे प्रोफेशनल हैं, जिन्होंने शहर में लगने वाले जाम के झाम से मुक्ति पाने के लिए कार की सवारी छोड़ साइकिल से चलना शुरू कर दिया है। इन प्रोफेशनल्स की माने तो साइकिल से चलने से न सिर्फ उनके सेहत चुस्त-दुरुस्त रहते हैं बल्कि पॉल्युशन को फ्री बनाने में एक अहम रोल होगा।

बाइकॉथन से हुए इंस्पायर

राप्तीनगर फेज-4 में रहने वाले डॉ। सुरेश सिंह वैसे तो पेशे से एमडी एनेस्थीसिया हैं, लेकिन इन्होंने जब से बाइकॉथन स्टार्ट हुआ है। तब से इंस्पायर होकर अपनी दिनचर्या के अलावा ज्यादातर काम साइकिल से ही निपटाते हैं। यहीं नहीं वह इस बात का लोगों तक संदेश भी पहुंचाते हैं कि पॉल्युशन फ्री देश बनाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करें। वहीं ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ। राजेश यादव बताते हैं कि उन्होंने हाल ही में कार ली है, लेकिन हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए उन्होंने साइकलिंग शुरू कर दी है। उनका मानना है कि अगर प्रतिदिन साइकिलिंग करते हैं तो हमारी बॉडी पूरी तरह से वॉर्मअप हो जाती है। इससे पूरे दिन हम स्वस्थ महसूस करते हैं।

ताकि न हो कोई बीमारी

रेड पल्स यूथ ट्रस्ट के प्रेसीडेंट जितेंद्र चौधरी बताते हैं कि वह बाइकॉथन को लेकर काफी एक्साइटेड हैं। बाईकॉथन सीजन-7 में पार्टिसपेट के लिए वह प्रतिदिन साइकलिंग करते हैं। साथ ही साथ लोगों को इसके लिए अवेयर भी करते हैं कि कम से कम हमें पांच किलोमीटर साइकलिंग जरूर करनी चाहिए। कई बार देखा जाता है कि ज्यादा गाड़ी के इस्तेमाल से हमारी बॉडी पूरी तरह से सुस्त पड़ जाती है। बॉडी के भीतर की नसें और धमनियां सुस्त पड़ जाती है। जिसके कारण कई बीमारियां होने की चांसेज होते है।

करते हैं साइकलिंग

प्रोफेशनल अमित पटेल, अमर शर्मा और जिया सिंह बताती हैं कि साइकलिंग के लिए वह न सिर्फ लोगों को प्रेरित करते हैं बल्कि वह स्वयं प्रतिदिन साइकलिंग करते हैं। कई बार तो शहर के प्रमुख शहरों में लगने वाले जाम के झाम से बचने के लिए उन्हें साइकिलिंग एक बेहतर सवारी लगती है। जबकि घरों में दो पहिया से लगाए चार पहिया तक है। इसके बावजूद भी वह साइकलिंग करना नहीं भूलते।