- यूपीपीजीएमई काउंसिलिंग में फैसले के विरोध में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल दूसरे दिन भी रही जारी

-ट्रामा सेंटर, पुरानी इमरजेंसी और ओपीडी सेवाएं रहीं ठप

-आश्वासन के बाद भी उग्र रहे यूजी स्टूडेंट्स, मेन गेट पर किया प्रदर्शन

GORAKHPUR:

जिन डॉक्टरों को धरती का भगवान कहते हुए मरीज अस्पताल जाते हैं, मंगलवार को यही भगवान मरीजों के लिए मुश्किलों का सबब बन गए। मामला है बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का, जो दूसरे दिन भी जारी रही। इस हड़ताल के चलते बीआरडी पहुंचे मरीजों और तीमारदारों को काफी तकलीफ झेलनी पड़ीं। जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते चार मरीजों की मौत हो गई। वहीं कई नाजुक हाल मरीजों के ऑपरेशन टाल दिए गए। हड़ताल के दौरान जूनियर डॉक्टर्स लोगों से उलझते भी रहे और तीमारदारों के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करते भी सुने गए।

ठप कर दी सेवाएं

जूनियर डॉक्टर्स ने समूह बनाकर सभी चिकित्सकीय सेवाएं ठप कर दी। ट्रामा सेंटर के गेट को भी बंद कर दिया। इतना ही नहीं यूजी के स्टूडेंट्स ने ओपीडी, पर्ची काउंटर और पुरानी इमरजेंसी के गेट पर ताला लगा दिया। ओटी भी बंद कर दिया गया। उनके समर्थन में अन्य डॉक्टर्स भी खड़े हो गए।

नहीं पसीजा दिल

सूचना पर पुलिस भी ट्रामा पहुंच गई। उन्होंने डॉक्टर्स को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह उनकी एक ना सुनी। मोबाइल पर कार्यवाहक प्राचार्य डॉ। सतीश कुमार को बुलाया गया, इसी बीच एसआईसी एके श्रीवास्तव भी पहुंच गए। उन्होंने जूनियर डॉक्टर्स को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह अपनी बात पर अड़े रहे। मौके पर मौजूद तीमारदार इमरजेंसी सेवा शुरू कराने के लिए गुहार लगा रहे थे। लेकिन किसी ने भी उनकी एक नहीं सुनी।

तीमारदारों की पिटाई भी की

सिर्फ इतना ही नहीं, जूनियर डॉक्टर्स ने लोगों के साथ अभद्रता और बदसलूकी भी की। गायनी ओटी और सर्जरी वार्ड नंबर 8 में यूजी के स्टूडेंट्स ने तीमारदारों की पिटाई कर दी। गायनी वार्ड के 15 दिनों से भर्ती एक महिला का ऑपरेशन होना था। परिवार के लोग उसे गायनी ओटी ले गए। तभी वहां जूनियर डॉक्टर्स आ धमके और ओटी बंद कराने लगे। तीमारदार ने जब इसका विरोध किया तो उन्होंने उसकी पिटाई कर दी। सर्जरी वार्ड नंबर 8 के बेड संख्या 39 पर भर्ती ओम केश्वर के मामा सचिदानंद ने डॉक्टर्स से रेफर करने को कहा तो जूनियर डॉक्टर्स ने उनके साथ बदसलूकी की और मारपीट की धमकी भी दे डाली।

बॉक्स-1

ये चढ़ गए हड़ताल की भेंट

-30 मई खजनी के राम सिंगार की मौत

-खोराबार के मनीष की मौत

-कैंट, रानीडिहा के गुफार अली की मौत

-सहजनवां की विमलावती की मौत

ठप रहे ऑपरेशन

जूनियर डॉक्टर्स के हड़ताल की वजह से मंगलवार को ऑपरेशन ठप रहे। हालांकि नेत्र सर्जरी व गायनी सर्जरी ओटी में दो-दो ऑपरेशन किए गए। लेकिन जूनियर डॉक्टर्स की उग्र प्रदर्शन को देखकर एक दर्जन से अधिक ऑपरेशन टाल दिए गए। आर्थो ओटी में पूरे दिन एक भी ऑपरेशन नहीं किए गए।

बॉक्स-2

मीटिंग में नहीं निकला हल

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ। राजीव मिश्रा ने दोपहर में सभी विभागाध्यक्षों की मीटिंग बुलाई। मीटिंग में जूनियर डॉक्टर्स को भी बुलाया गया। इस मामले पर चर्चा हुई। जूनियर डॉक्टर्स को समझाने का प्रयास हुआ लेकिन वह नहीं मानें। इसके बाद प्राचार्य ने उनसे लिखित रूप से मांगा है।

वर्जन

प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा से इस संबंध में बात की गई है। पीएमएस संवर्ग की वरीयता यदि लागू हो जाएगी तो सभी का नुकसान है। इसे लेकर शासन भी खिलाफ है। दो तारीख को शासन इनकाउंटर दाखिल करेगा। अगर ऐसा ही रहेगा तो सीनियर डॉक्टर्स नहीं मिलेंगे। मरीजों के हित में कार्य किए जा रहे हैं। इमरजेंसी सेवा के लिए पीएमएस संवर्ग व सीनियर डॉक्टर्स को लगा दिया गया है। जिसकी वजह से मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

-डॉ। राजीव मिश्रा, प्राचार्य