न्याय के लिए सड़कों पर उतरें सिटी के डॉक्टर्स

-ध्वस्त कानून व्यवस्था के विरोध मेंलगाए नारे, किया धरना प्रदर्शन

-रंगदारी और धमकी देने के मामले में पुलिस के ढुलमुल रवैये से डॉक्टर्स में आक्रोश

-कार्रवाई न होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की धमकी

GORAKHPUR: सिटी में ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था को लेकर डॉक्टर्स को आखिर सड़कों पर उतरना पडा। कानून व्यवस्था में कमी में का सबसे अधिक खामियाजा हाल में डॉक्टरों को भुगतना पड़ा है। चाहे वह डॉ। मौर्या से रंगदारी का मामला हो या फिर डॉ। संजय विश्वकर्मा और डॉ। शिवमुनि से रंगदारी का। सभी मामलों में पुलिस का रवैया ढुलमुल है।

सदर सांसद, नगर विधायक ने भी किया कदमताल

डॉक्टरों की आवाज को बुलंद करने के लिए सदर सांसद और नगर विधायक समेत कई राजनीतिक पार्टियों के नेता मौजूद रहे। सैटर्डे को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के बैनर तले सिटी के डॉक्टर्स आंशिक हड़ताल पर रहे। डॉक्टर्स ने गोलघर स्थित इंदिरा प्रतिमा पर धरना प्रदर्शन किया। इससे पहले उन्होंने रैली निकाल कर कचहरी चौराहे तक भी प्रदर्शन किया और नारे लगाए।

हो सकती है अनिश्चितकालीन हड़ताल

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के तत्वावधान में डॉक्टरों ने डॉ। सूर्यभान मौर्या, डॉ। संजय विश्वकर्मा और डॉ। शिवमुनि से रंगदारी और उन्हें जान से मारने की धमकी के मामले में सैटर्डे को गोलघर स्थित इंदिरा प्रतिमा पर धरना प्रदर्शन किया। डॉक्टरों का आरोप है कि सिटी के तीन डॉक्टरों को पहले जेल से अवैध वसूली के लिए धमकी दी जाती है और फिर उन पर जानलेवा हमला किया गया। पूरे मामले की शिकायत पुलिस के पास की गई, लेकिन पुलिस कार्रवाई करने की जगह पुलिस केवल जांच का आश्वासन देती रही। गौरतलब है कि दो डॉक्टरों के एक ही नंबर से धमकी दी गई थी।

कानून व्यवस्था पर गरजे सदर सांसद

डॉक्टरों पर हो रहे हमले को गंभीरता से लेते हुए सदर सांसद महंत योगी आदित्य नाथ प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए जमकर गरजे। वहीं नगर विधायक डॉ। राधा मोहन दास ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि अगर मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो यह धरना आंदोलन का रूप ले सकता है। सदर सांसद ने आश्वासन दिया कि डॉक्टरों पर अत्याचार के मामले को वे राज्यपाल को भी बताएंगे। नगर विधायक डॉ। अग्रवाल ने कहा कि ख्8 नवंबर को उन्होंने इस समस्या को लेकर कार्यस्थगन प्रस्ताव के माध्यम से विधानसभा में उठाया था, लेकिन संज्ञान में होने के बावजूद पुलिस प्रशासन का रवैया निहायत लापरवाही भरा रहा।

मंडे को तय होगी, आगे की लड़ाई

सैटर्डे को आंशिक हड़ताल पर रहने वाले डॉक्टरों ने आईएमए के जरिए यह संदेश भी दिया है कि धमकी देने वाले आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो यह आन्दोलन थमेगा नहीं, बल्कि दिन पर दिन गहराता जाएगा। आईएमए के बैनर तले मंडे को जनरल बॉडी मीटिंग में अगली रणनीति तय की जाएगी। कार्रवाई न होने की दशा में डॉक्टर्स अनिश्चित कालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं। अगली कड़ी में आईएमए के साथ पी.एम.एस और मेडिकल कॉलेज, रेलवे हॉस्पिटल के अलावा सभी बॉडी से डॉक्टर एक जुट कर हड़ताल पर जा सकते हैं।

डॉक्टरों को जेल से मिल रही धमकी के मामले में पुलिस ने पूरे मामले को नजरअंदाज किया है। जब तक इस मामले में कार्रवाई नहीं होती आईएमए आंदोलनरत रहेगा। सैटर्डे को डॉक्टर्स आंशिक हड़ताल पर रहे। कार्रवाई न होने की दशा में यह हड़ताल अनिश्चित कालीन हो जाएगी।

महेन्द्र अग्रवाल, अध्यक्ष इंडियन मेडिकल एसोसिएशन