GORAKHPUR: जिला अस्पताल के आर्थो ओटी में टयूज्डे को एनेस्थिसिया का अधिक डोज देने से एक महिला की मौत हो गई। फैमिली मेंबर्स लाश को लेकर घर चले गए। मामला अस्पताल प्रशासन के पास पहुंचा तो उन्होंने आनन फानन में जांच के आदेश दिए। तिवारीपुर के बहरामपुर निवासी रामजस की पत्नी आरती देवी का तीन साल पहले प्राइवेट हॉस्पिटल में दाहिने कूल्हे का ऑपरेशन हुआ था। उनके कूल्हे रॉड डाली गई थी। उसी राड निकलवाने के लिए मंडे को फैमिली मेंबर्स ने पेशेंट को जिला अस्पताल के आर्थो वार्ड में एडमिट कराया। टयूज्डे को कूल्हे में लगी राड को निकालना था। आर्थो ओटी में एनेस्थीसिया डॉ। आरएस शुक्ला और सर्जन डॉ। अम्बुज श्रीवास्तव थे। आरोप है कि पेशेंटस को दोपहर क्.भ्भ् बजे पेशेंट को एनेस्थीसिया दिया गया। आरोप है कि इस दौरान डॉक्टर मोबाइल पर बात करने लगे। करीब ख् बजे पेशेंट की सांस फूलने लगी और फिर लगातार दो बार हार्ट अटैक आया। थोड़ी देर पेशेंट्स की मौत हो गई। थोड़ी देर बाद ओटी के बाहर खड़े फैमिली मेंबर्स को मौत की जानकारी दी गई। यह सुनकर रामजस के पैर तले से जमीन ही खिसक गई। इसके बाद वह लाश को लेकर घर चले गए।

पेशेंट के दाहिने कूल्हे मे स्कू पड़ा था। इसे निकाला गया। एनिस्थीसिया देने के बाद हालत खराब हो गई। सांस फूलने और लगातार दो बार अटैक होने से मौत हो गई।

डॉ। अम्बुज, आर्थो सर्जन

मामले को जांच के लिए टीम गठित की जाएगी। मामले को गंभीरता लिया जा रहा है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। एचआर यादव, एसआईसी, जिला अस्पताल