- फोन आने के बाद डॉक्टर ने दर्ज कराया था मुकदमा, अब तक नहीं हो सकी जालसाजों की गिरफ्तारी
- साजिश करने वालों आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर सीओ से मिले डॉक्टर
BANSGAON: भारतीय जीवन बीमा निगम के बड़हलगंज कार्यालय से धोखाधड़ी के जरिए एक व्यक्ति के नाम करीब 15 लाख निकालने का प्रयास किया गया। इस मामले में पीडि़त ने मुकामी थाने में मुकदमा दर्ज कराया। एफआईआर के एक पखवारे के बाद भी आरोपियों की धर-पकड़ नहीं हुई। इससे आहत पीडि़तों ने गुरुवार को सीओ राजेश कुमार भारती से भेंटकर घटना की जांच में तेजी लाने के साथ ही आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
29 अप्रैल को हुई जानकारी
धोखाधड़ी का शिकार हुए गोला कस्बे के होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ। बीडी राय ने गुरुवार को एंटीकरप्शन कोर इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश ओझा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बांसगांव के सीओ राजेश भारती से भेंटकर उन्हें घटना के बारे में जानकारी दी। डॉ। राय ने बताया कि उन्होंने एलआईसी की बड़हलगंज शाखा में पॉलिसी करा रखी है। 29 अप्रैल को उनके मोबाइल पर बीमा ऑफिस से किसी ने फोन किया। फोन करने वाले ने पूछा कि क्या आप 15 लाख रुपए का लोन ले रहे हैं, यह सुनकर उनके होश फाख्ता हो गए। जानकारी होने के बाद वह एलआईसी ऑफिस पहुंचे। वहां उनकी पॉलिसी नंबर के दूसरे बांड पासबुक और एक्सिस बैंक आजमगढ़ में उनके नाम-पते का हवाला देकर किसी ने खाता खोल लिया था और पासबुक व चेक लगाकर गाड़ी के नाम पर 15 लाख रुपए लोन लेने के लिए आवेदन कर दिया।
फेक आईडी से खुला था खाता
डॉ। राय ने बिना समय वेस्ट किए आजमगढ़ पहुंचकर मामले की हकीकत जानी। किसी ने उनके नाम से फर्जी आईडी और फोटो लगाकर खाता खोल लिया था। उसमें उस व्यक्ति का मोबाइल नंबर भी दर्ज था। बीमा ऑफिस बड़हलगंज के प्रबंधक बीके सिन्हा ने बताया कि अगर वह नहीं आते तो लोन की राशि खाते में ट्रांसफर कर दी जाती। डॉ। राय ने यह भी आरोप लगाया कि उनके नाम से फर्जी लोन कराने का प्रयास करने वालोों में एलआईसी और बैंक के अधिकारी व कर्मचारी भी संलिप्त हैं। सीओ ने इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल एसओ बड़हलगंज से बात कर जांच में तेजी लाने के साथ ही दोशियों को शीघ्र गिरफ्तार करने का निर्देश भी दिया। इस अवसर पर एंटी करप्शन कोर इंडिया के जिलाध्यक्ष दिनेश यादव के अलावा प्रदेश सचिव रामसेवक वैद्य, इन्द्रजीत सिंह, चन्द्रभान तिवारी, पे्रमशंकर मिश्र, सीताराम विश्वकर्मा, डॉ। अश्वनी कुमार मौजूद रहे।