- डॉक्टर के क्लीनिक पर बदमाशों का धावा

- एडीजी से मिलकर मांगी सुरक्षा, रंगदारी से जीना हुआ मुहाल

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: गोरखपुर पुलिस को बदमाशों ने सरेआम चुनौती दी। बदमाशों ने शाहपुर एरिया में रंगदारी के लिए डायग्नोस्टिक सेंटर पर गोली चलाई। चिट्ठी फेंककर बदमाशों ने धमकाया कि इस बार शीशे पर गोली चलाई है। अगली बार हर गोली बदन पर लगेगी। घटना से परेशान डॉक्टर से एडीजी से मिलकर सुरक्षा की गुहार लगाई। डॉक्टर को सुरक्षा देने के साथ ही पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई है। यह बदमाशों का दुस्साहस ही है कि एजीडी (लॉ एंड ऑर्डर) के शहर में रहते हुए उन्होंने एक डॉक्टर को धमकी दी और उस गोली चलाई।

एक माह से मिल रही धमकी, चुप कराते अफसर

शाहपुर एरिया के इंद्रप्रस्थपुरम कालोनी, रेल बिहार निवासी डॉक्टर एसबी मौर्या एमबीबीएस, सोनोलाजिस्ट हैं। तीन साल पहले उन्होंने विष्णु मंदिर के पास गली में अपना डायग्नोस्टिक सेंटर खोला है। एक माह से लगातार बदमाश उनसे 12 लाख रुपए मांग रहे हैं। डॉक्टर ने मामले की शिकायत एसएसपी सहित अन्य अफसरों से की। लेकिन बदमाशों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। अलग- अलग मोबाइल नंबर्स से बदमाश फोन करते रहे। शातिर चंदन सिंह के नाम पर डॉक्टर को धमकाया जा रहा है।

शीशे पर चलाई गोली, फेंक गए चिट्ठी

सैटर्डे मार्निग करीब आठ बजे बाइक सवार तीन बदमाश पहुंचे। बिना रजिस्ट्रेशन नंबर की काली पल्सर पर बैठे तीन युवक क्लीनिक से आगे बढ़ गए। फिर लौटकर क्लीनिक के सामने पहुंचे। बाइक पर पीछे बैठे हेलमेट लगाए युवक ने पिस्टल निकालकर गोलियां दागनी शुरू कर दी। आसपास के लोग इधर, उधर दुबक गए। क्लीनिक के फ‌र्स्ट फ्लोर पर लगे काले शीशे में चार राउंड चलाने के बाद बदमाश असुरन की तरफ फरार हो गए। मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो मौके पर एक कारतूस और चिट्ठी मिली। चिट्ठी पर लिखा था कि इस बार सिर्फ शीशे में छेद किया है। अगली बार पूरा बदन छेद देंगे। पैसा नहीं मिला तो सीने पर गोली चलेगी।

नौ बजे खुलती है क्लीनिक, बेकार था सीसीटीवी कैमरा

डायग्नोस्टिक सेंटर रोजाना नौ बजे खुलता है। वहां पर 11 लोगों का स्टाफ काम करता है। एक महिला स्टाफ घटना के बाद पहुंच गई थी। लोगों ने डॉक्टर को फोन करके घटना की जानकारी देने की कोशिश की। लेकिन अननोन नंबर को उठाने से बच रहे डॉक्टर ने फोन पिक नहीं किया। पुलिस के लौटने के बाद डॉक्टर मौके पर पहुंचे। सीसीटीवी कैमरा चेक करने पर मालूम हुआ कि चार बजे से कोई रिकार्डिग नहीं हुई। लोगों ने उस कर्मचारी पर शक जताया अपने परिचितों को जानकारी देकर एडीजी से मिलने पहुंचे। एडीजी ने सुरक्षा देने के साथ ही बदमाशों को पकड़ने का निर्देश दिया।

फोन न उठाने पर भेज रहे थे एसएमएस

डॉक्टर को पहली बार एक माह पूर्व 19 अक्टूबर को रंगदारी के लिए धमकी आई। दो बार फोन आया तो मजाक समझकर उन्होंने काल को गंभीरता से नहीं लिया। दोबारा 21 तारीख को फोन करने वाले कचहरी में दीपू से मिलने को कहा। मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टर ने अननोन नंबर्स को उठाना बंद कर दिया। इसके बाद डॉक्टर के मोबाइल पर आठ नवंबर, 12 नवंबर, 14 नवंबर को एसएमएस करके रंगदारी मांगी। इस मामले की शिकायत पर अफसर डॉक्टर को चुप कराते रहे। किसी से चर्चा न करने की हिदायत भी दी। पुलिस कोई कार्रवाई भी नहीं कर सकी। क्राइम ब्रांच की एसओजी भी बदमाशों को पकड़ने में नाकाम रही। डरे सहमे डॉक्टर ने शाहपुर एसओ को भी नहीं बताया कि धमकी मिल रही है।

रंगदारी मांगने के मामले की जांच पड़ताल चल रही है। डॉक्टर को फोन करने वाले बदमाशों को अरेस्ट किया जाएगा।

अजय पांडेय, एएसपी, सीओ कैंट