- रिटायर्ड नर्स के घर नाकाबपोश बदमाशों का धावा
- बंधक बनाकर 2 लाख कैश और 16 लाख के जेवरात लूट ले गए
- बदमाशों की हमले में पिता और पुत्र गंभीर रुप से घायल
GORAKHPUR: ठंड का मौसम आते ही डकैतों की दस्तक बढ़ जाती हैं। इसकी शुरुआत बदमाशों ने चिलुआताल एरिया में वारदात को अंजाम देकर की है। रिटायर्ड नर्स के घर पर नाकाबपोश बदमाशों ने ट्यूज्डे लेट नाइट धावा बोला और पूरे परिवार को बंधक बनाकर लाखों रुपए कैश और ज्वेलरी लूट ले गए। बदमाशों के हमले से पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। परिजन पुलिस के मौके पर लेट से पहुंचने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस समय पर पहुंची तो शायद बदमाशों की घेराबंदी कर उन्हें पकड़ा जा सकता था।
कुल्हाड़ी से दरवाजा तोड़ घर में घुसे
चिलुआताल के मुडि़ला निवासी कमला सिंह की पत्नी इन्द्रावती बीआरडी मेडिकल कॉलेज से रिटायर्ड स्टाफ नर्स हैं। ट्यूज्डे नाइट क्.फ्0 बजे आधा दर्जन बदमाशों ने हमला कर दिया। परिजनों के अनुसार चार बदमाश घर में घुसे थे, जबकि दो बाहर मौजूद थे। वे चैनल गेट तोड़ कर अंदर दाखिल हुए और कुल्हाड़ी से गेट तोड़ दिया। बदमाशों ने घर के बाहर लेडीज दुपट्टे से अपने चेहरे को ढक लिया। बदमाश पहले कमला और इन्द्रावती के कमरे में दाखिल हुए और तमंचे के बल पर अलमारी में रखे दो लाख कैश और बारह लाख की ज्वैलरी लूट ली।
बच्चे के गले पर चाकू सटाया
पीछे के कमरे में कमला सिंह के बड़े बेटे फार्मासिस्ट विनोद सिंह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ सो रहे थे। बदमाश उनके कमरे में दाखिल हुए और विनोद के बेटे के गले में चाकू रख दिया। पूरे परिवार को बंधक बनाकर विनोद को कमरे में बंद कर दिया। बदमाशों ने उसके कमरे में रखी अलमारी खुलवाई और चार लाख की ज्वैलरी लूट ली। परिजनों के अनुसार बदमाशों के हाथ में लोहे की राड, तमंचे और चाकू थे। मकान मालिक कमला सिंह ने सीढि़यों पर जाने का प्रयास किया तो बदमाशों ने लोहे की राड से सिर पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। विरोध करने पर बदमाशों ने इन्द्रावती पर भी राड से हमला किया।
दहशत में कूद गया छत से
बदमाश जब घर के अंदर दाखिल होने के लिए तोड़-फोड़ कर रहे थे। तभी ऊपरी मंजिल में रहने वाला इन्द्रावती की छोटा बेटा रामपाल जाग गया और छत से बदमाशों के अंदर आने का विरोध करने लगा। उसे शोर मचाता देख बदमाशों ने उसके ऊपर दो राउंड फायरिंग भी की। बदमाशों से बचने के लिए वह छत से लगे एक पेड़ के सहारे दूसरी तरफ मदद के लिए उतर रहा था, लेकिन अंधेरे के चलते उसका संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे गिर गया। उसका दाहिना पैर टूट गया। इस दौरान कमरे में बंद विनोद ने अपने मोबाइल फोन पर क्00 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। बदमाशों ने करीब ख्0 से ख्भ् मिनट तक घर में वारदात को अंजाम दिया और फिर मौके से भाग निकले।
कौन सच्चा और कौन झूठा?
परिजनों का कहना है कि समय पर पुलिस पहुंच जाती तो शायद बदमाशों की घेराबंदी कर उन्हें पकड़ा जा सकता था। परिजनों का कहना है कि सूचना देने के ब्भ् मिनट बाद पुलिस करीब ख्.क्0 मिनट पर पहुंची। वहीं एसएसपी का कहना है कि कंट्रोल रूम में क्.फ्ब् मिनट पर शिकायत दर्ज की गई और क्.ब्ख् मिनट पर थाने की फोर्स ने मौके पर पहुंच कर कंट्रोल रूम को रिपोर्टिग की थी। ख्.00 बजे सीओ गोरखनाथ पहुंचे और ख्.फ्0 बजे डॉग स्कवॉयड मौके पर पहुंच जांच पड़ताल शुरू की।
आउट स्कर्ट एरिया में अलर्ट नहीं
ठंड शुरू होने के साथ ही आउट स्कर्ट एरिया में डकैती की वारदात बढ़ जाती हैं। बदमाशों और डकैती की वारदात रोकने के लिए इस मौसम में पुलिस खासतौर पर आउट स्कर्ट एरिया में अलर्ट जारी कर देती है, लेकिन अलर्ट जारी न होने से पुलिसिंग पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पिछले साल की वारदात के बाद भी सबक न लेने वाली पुलिस के लिए यह घटना लापरवाही का नतीजा है।
क्यों जा रहा शक?
इन्द्रावती ने बताया कि कुछ दिन पहले उनकी बेटी के संतान हुई थी और कुछ किन्नर उनके घर में बधाई गाने आई थी। शायद उन्होंने ही रेकी की थी। इन्द्रावती ने इस बिंदु की सूचना देते हुए शक जताया है। इसके अलावा पुलिस कई और बिंदुओं पर जांच कर रही है। घटना के बाद से आस-पास के एरिया में दहशत है।
वर्जन-
परिवार वाले घटना के बाद से दहशत में है। सूचना मिलने के साथ ही पुलिस 9 मिनट के भीतर मौके पर पहुंच गई थी। बदमाशों की छानबीन की जा रही है। उनकी लैग्वेंज और पहनावे से यह पता लगाने का प्रयास किया जा रह है कि वह लोकल है या फिर बाहरी है।
रामकृष्ण भारद्वाज, एसएसपी