- यूनिवर्सिटी के डेलीगेसी की ओर से डिफरेंट कॉम्प्टीशन की होगी शुरुआत
- डिफरेंट फील्ड में परखा जाएगा स्टूडेंट्स का हुनर
- 23 से 27 तक चलेगा कॉम्प्टीशन का दौर
GORAKHPUR : हुनर, यहां रहने वाले हर आम व खास में यही एक ऐसी चीज है जिसकी कमी नहीं है। सही जगह और सही प्लेटफॉर्म पर यह देखने को भी मिल जाता है। इस बार यह प्लेटफॉर्म मुहैया कराया है गोरखपुर यूनिवर्सिटी ने, जहां हुनरमंदों के अंदर छिपे टैलेंट को परखा जाएगा। इसमें बेस्ट पार्टिसिपेशन देने वाले होनहारों को आगे भी प्रमोट किया जाएगा, जिससे गोरखपुर और यूनिवर्सिटी दोनों का नाम रोशन हो सके। डेलीगेसी की ओर से ऑर्गेनाइज होने वाले इन कॉम्प्टीशन की शुरुआत मंडे को होगी।
शह और मात के खेल में लगेगा दिमाग
सेंट्रल जोन डेलीगेसी की ओर से ऑर्गेनाइज होने वाले इस प्रोग्राम की शुरुआत शह और मात के खेल से होगी। डेलीगेसी बिल्डिंग में ऑर्गेनाइज होने वाला चेस कॉम्प्टीशन का फाइनल ख्ब् फरवरी को होगा। इस दौरान आईआईएम अहमदाबाद और आईआईएम कोजीखोड के फेलो रह चुके प्रो। अजेय कुमार गुप्त स्टूडेंट्स को पर्सनालिटी डेवलपमेंट के टिप्स देंगे। यह लेक्चर गोरखपुर यूनिवर्सिटी की मजीठिया बिल्डिंग में ऑर्गेनाइज किया जाएगा।
इनडोर इवेंट्स और भी हैं
एक तरफ जहां चेस में स्टूडेंट्स के शार्प माइंड को परखा जाएगा, वहीं दूसरी तरफ कई और इनडोर गेम्स हैं, जिनके थ्रू स्टूडेंट्स को मस्ती के साथ-साथ विनर बनने का मौका भी मिलेगा। इसमें टेबल टेनिस और कैरम शामिल हैं। डेलीगेसी के वाइस प्रेसिडेंट डॉ। विजय शंकर वर्मा ने बताया कि इन कॉम्प्टीशन में विनर बनने वाले स्टूडेंट्स को भी क्लोजिंग सेरेमनी के दौरान प्राइज दिया जाएगा। आउट डोर गेम के तौर पर सिर्फ बैडमिंटन कॉम्प्टीशन रखा गया है, जिसमें सिंगल्स और डबल मुकाबले होंगे।
'ऑन स्पॉट' दिखेगा इंडिया का फ्यूचर
कॉम्प्टीशन की सीरीज में ख्7 फरवरी को स्टूडेंट्स रंगों की दुनिया में छिपे इंडिया के फ्यूचर दिखाएंगे। ऑन स्पॉट पेंटिंग में इस बार 'स्वच्छ भारत-सुंदर भारत' टॉपिक तय किया गया है, जिसमें स्टूडेंट्स को क्लीन एंड ग्रीन इंडिया पर बेस्ड पेंटिंग बनानी है। वहीं ख्7 फरवरी को ही रंगोली कॉम्प्टीशन भी ऑर्गेनाइज किया जाएगा। इसके अलावा लिखने का शौक रखने वाले स्टूडेंट्स को 'पर्यावरण संरक्षण और मानव अस्तित्व टॉपिक पर अपनी थॉट लिखने का मौका मिलेगा, वहीं स्व रचित कविता और कहानी लिखने के लिए भी चांस मिलेगा। डीबेट में 'ग्लोबलाइजेशन: विकासशील देशों की प्रगति में बाधक' टॉपिक पर अपने विचार रखने का मौका मिलेगा।