- इलाज में देरी को लेकर भड़के तीमारदार, डॉक्टर्स पर लगाया आरोप

- चार दिनों से पानी हो तरस रहे पेशेंट्स, आए दिन हो रहा हंगामा

GORAKHPUR : फीमेल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मंडे को हंगामा होता रहा। एक ओर प्रसूता के इलाज में लापरवाही पर बवाल हुआ तो दूसरी ओर पानी की किल्लत ने हंगामा करवाया। तीमारदारों ने आरोप लगाया कि मरीजों के इलाज में लापरवाही हो रही है। चार दिनों से चल रही पानी की किल्लत पर मंडे को तीमारदार व पेशेंट्स उखड़ गए, लेकिन किसी अधिकारी ने उनकी नहीं सुनी।

प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाने को मजबूर

सिकरीगंज की सुमन गर्भवती हैं। मंडे सुबह करीब ब् बजे फैमिली मेंबर्स उसे इलाज के लिए फीमेल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की इमरजेंसी में लाए। महिला दर्द से कराह रही थी, लेकिन इमरजेंसी में कोई डॉक्टर और एंप्लाई नहीं था। इंतजार करते-करते फैमिली मेंबर्स का सब्र जवाब दे गया और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। काफी देर बाद डॉक्टर आए और सुमन का इलाज शुरू हुआ। इसके बाद परिजन सुमन को लेकर एक निजी हॉस्पिटल चले गए।

चार दिन से नहीं आ रहा पानी

फीमेल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में चार दिन से पानी सप्लाई ठप है। टंकी में पानी खत्म होने से पेशेंट्स के साथ-साथ तीमारदारों का हाल बेहाल हो गया। मंडे मार्निग तीमारदारों ने हंगामा कर दिया, लेकिन कोई जिम्मेदार उनकी सुनने नहीं आया। तीमारदारों का कहना था कि चार दिन से सप्लाई बाधित है और बाथरूम में गंदगी का अंबार लगा है। इस संबंध में जिम्मेदारों को जानकारी दी गई है, लेकिन सप्लाई चालू नहीं की गई है।

विवादों से रहा है पुराना नाता

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में विवाद कोई नई बात नहीं है। एक महीने पहले तिवारीपुर की एक महिला के इलाज में लापरवाही व मारपीट को लेकर हॉस्पिटल काफी सुर्खियां बटोर चुका है। मामले में नवजात बच्ची के सिर में चोट लगने से मौत के आरोप भी लगे थे। हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने जांच करवाई और एक एंप्लाई पर कार्रवाई भी की, लेकिन हालात बदलने का नाम नहीं ले रहे।

चार दिन से पानी नहीं आ रहा है। बाथरूम गंदगी से भरा है। जिम्मेदार सुनने को तैयार नहीं है। इस वजह से समस्या हो रही है।

रीता देवी

पांच दिन से एडमिट हूं। चार दिन से पानी की सप्लाई बंद है। वार्ड में एडमिट सभी पेशेंट्स परेशान हैं। पीने का पानी लाने के लिए बाहर जाना पड़ रहा है।

किरन

वार्ड के बाथरूम में पानी सप्लाई नहीं आने से गंदगी का अंबार लगा हुआ है। ऐसी स्थिति में महामारी फैलने का खतरा है, लेकिन जिम्मेदार सुनते ही नहीं हैं।

दीपिका

आये दिन कभी पानी तो कभी इलाज पर हंगामा। तीमारदार शिकायत भी करते हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। पेयजल तो दूर, बाथरूम में सप्लाई नहीं आने से सभी के लिए समस्या खड़ी हो गई है।

पुनीता पाण्डेय

मामले की जानकारी नहीं है। डयूटी पर तैनात डॉक्टर्स और एंप्लाइस से पूछताछ कर कार्रवाई की जाएगी। ट्यूबवेल का मोटर जल गया था। उसे ठीक करवाया जा रहा है। जल्द ही सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।

डॉ। सुनीता कुमार, एसआईसी, महिला जिला अस्पताल