- एंप्लाईज की सांठगांठ से चल रहा था खेल
- एसआईसी के निरीक्षण में खुली पोल, होगी जांच
GORAKHPUR : डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के कनेक्शन से आसपास की दुकानें रोशन हो रही हैं। ये खुलासा हुआ सैटर्डे को एसआईसी के इंस्पेक्शन में। सैटर्डे को वार्ड की छतों की सफाई के दौरान तारों का जाल बिछा मिला। एसआईसी ने एंप्लाईज से पूछा तो उन्हें सांप सूंघ गया। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के तारों में कटिया मारकर आसपास की दुकानों में उजाला हो रहा?था। एसआईसी ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
चुप हो गए सब
पहले भी जिला अस्पताल में बिजली चोरी का मामला सामने आ चुका है। जिस पर हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने संबंधित लोगों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे, लेकिन दोषी का नाम सामने न आने पर मामला शांत हो गया। सैटर्डे को एसआईसी स्पेशल वार्ड के इंस्पेक्शन पर निकले थे। उन्होंने छत की ओर जाने वाले दरवाजे पर लगे ताले को खुलवाया और छत का मुआयना किया। छत पर कई पौधे उग आए थे और बिजली के तार फैले मिले। एंप्लाईज से इस बारे में पूछा तो उनसे कोई जवाब देते न बना। इस पर उन्होंने इलेक्ट्रिशियन को तलब किया, लेकिन इलेक्ट्रिशियन भी कुछ बोलने से कतराते रहे। एसआईसी को माजरा समझते देर न लगी। अस्पताल के कनेक्शन से प्राइवेट आवास और दुकानों में चोरी की बिजली जलाई जा रही थी।
बिजली चोरी का मामला कई बार मेरे संज्ञान में आया, लेकिन ठोस सबूत नहीं मिलने के नाते कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। इंस्पेक्शन के दौरान बिजली चोरी की खुलासा हुआ है। मामले की जांच कराई जाएगी और दोषी एंप्लाईज पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ। एचआर यादव, एसआईसी, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल