- इंडियन गवर्नमेंट देगी 50 लाख का इनाम
- पांच बिंदुओं पर हॉस्पिटल की जांच पड़ताल
GORAKHPUR : गोरखपुर के जिला हॉस्पिटल को स्मार्ट हॉस्पिटल में शामिल होने का मौका मिल सकता है, लेकिन इसके लिए अस्पताल प्रशासन को प्रयास करना होगा। फिलहाल, जिला अस्पताल की हालत देखकर ऐसा नहीं लगा कि कायाकल्प योजना में जिला अस्पताल शामिल हो सकेगा। सरकार की कायाकल्प योजना में शामिल होने के लिए कम से कम 50 बिंदुओं पर पास होना होगा।
50 सुविधाओं पर करेंगे फोकस
स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पतालों के कायाकल्प की योजना बनाई है। 15 मई 2015 को लागू योजना में प्रदेश के अस्पतालों को शामिल किया जाएगा। योजना में प्रथम आने वाले हॉस्पिटल को 50 लाख, सेकेंड पोजीशन पर 30 लाख रुपए की राशि दी जाएगी। इस रकम का इस्तेमाल हॉस्पिटल को हाईटेक बनाने में किया जा सकेगा। इसके लिए कम से कम 50 सुविधाओं पर फोकस करना होगा। इसके तहत हॉस्पिटल की हर सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। कायाकल्प के लिए पांच सौ अंकों का मानक निर्धारित किया गया है।
इन पर देना होगा विशेष ध्यान
- हाईजीनिक
- बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट
- रजिस्ट्रेशन काउंटर
- हॉस्पिटल इंफेक्शन प्रिवेशन मैनेजमेंट रिकार्ड कीपिंग
- मेडिसीन डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम
- मरीजों से स्टाफ का व्यवहार
- हॉस्पिटल कैंपस के शौचालयों की साफ सफाई
- पार्क में हरियाली, सजावट
खुद लगाइए अनुमान, किस पोजीशन पर अस्पताल
कायाकल्प योजना के मानक जानकर खुद ही हॉस्पिटल की गुणवत्ता तय की जा सकती है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिला चिकित्सालय के सामने इस योजना में शामिल होने की तमाम चुनौतियां है। हॉस्पिटल का हर हिस्सा हाईजीनिक नहीं है। बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट एक प्राइवेट कंपनी के भरोसे चल रहा है। सिग्नेचर न होने पर कई बार मेडिकल वेस्ट नहीं उठ पाता है। हॉस्पिटल का मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम भी ठीक नहीं चल रहा है। आए दिन पेशेंट्स दवा न मिलने की शिकायत एसआईसी से करते हैं। हॉस्पिटल में पार्क की दशा, साफ-सफाई भी ठीक नहीं है। ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक कायाकल्प योजना के नार्म्स फॉलो नहीं हो रहे हैं।
इस योजना में शामिल होने के लिए हॉस्पिटल को तैयार किया गया है। सभी प्वाइंट्स पर अपना पक्ष रखा जाएगा। योजना में चयनित होने पर 50 लाख रुपए का इनाम मिल सकेगा।
डॉ। एचआर यादव, एसआईसी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल