गोरखपुर (ब्यूरो)। अगर कोई मांगता है तो यह समझ लीजिए। वह आपका फ्रेंड नहीं बल्कि फ्रॉडस्टर है। जो आपको ऑनलाइन लुटना चाह रहा है। यह बातें दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से फेक फ्रेंडस कैंपेन के तहत तारामंडल स्थित सर माउंट स्कूल में आर्गनाइज वर्कशॉप में साइबर एक्सपर्ट ने बताईं। स्कूल मेें डिजिटल हाइजीन मेंटेन रखने के लिए आईपीएस आदित्य सिंह और साइबर थाने के सब इंस्पेक्टर उपेन्द्र कुमार सिंह ने कई इंपॉटेंट बातें बच्चों से शेयर कीं।

इंटरनेट यूजर में सेकेंड पर इंडिया

साइबर एक्सपर्ट ने बताया, वल्र्ड में सबसे अधिक इंटरनेट यूजर चीन में हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर भारत हैं, जहां की 90 करोड़ जनता मोबाइल और कंप्यूटर द्वारा इंटरनेट का यूज कर रही है। वहीं, वल्र्ड में सबसे अधिक मोबाइल से इंटरनेट यूज करने वालों की संख्या के मामले में भारत देश नंबर वन है। यहां 1.4 अरब आबादी है। जिसमे से 70 परसेंट लोग मोबाइल से इंटरनेट यूज कर रहे हैं।

खतरनाक है इंटरनेट का अधिक यूज

एक्सपर्ट ने बच्चों को बताया कि मोबाइल से खतरा कम है, जबकि इंटरनेट का यूज खतरों से भरा है। इंटरनेट के जरिए ही हैकर्स का हमला होता है। उन्होंने बताया कि हर बच्चा मोबाइल और इंटरनेट यूज कर रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया पर हैकर्स जाल फैलाए बैठे हैं। बच्चों को खुद तो बचना ही है साथ ही अपने पेरेंट्स को भी इन खतरों के बारे में बताना है।

घूमने जाएं तो शेयर ना करें फोटो

साइबर एक्सपर्ट ने बच्चों को बताया कि मोबाइल आपकी सारी खबर रखता है। सबसे पहले जब हम मोबाइल को लॉगिन करते हैं, तो उसमे अपनी सारी डिटेल अपडेट कर देते हैं। साथ ही हर बच्चा इस समय किसी ना किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टिव है। वह अगर कहीं घूमने जाता है तो पहली फोटो घर से निकलते, दूसरी रास्ते में, तीसरी हिल स्टेशन पर पहुंचकर पूरे परिवार के साथ सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करता है। यह आदत आपके घर में सेंध लगा सकती है। ऐसे कई मामले आए हैं जब हिल स्टेशन पर परिवार गया और इसकी जानकारी चोर, लुटेरों को लगी तब उन्होंने घर खंगाल दिया।

इन प्वाइंट पर भी किया फोकस

। सेक्सटार्शन

। सोशल मीडिया

। एआई

। फेक फ्रेंड

इंटरनेट यूजर टॉप टेन कंट्री

1. चीन

2. इंडिया

3. यूनाइटेड स्टेट

4. इंडोनेशिया

5. ब्राजील

6. नाइजीरिया

7. रूस

8. जापान

9. बांग्लादेश

10. पाकिस्तान

मोबाइल से इंटरनेट यूज करने वाली देश

कंट्री आबादी (परसेंट में)

इंडिया 70

इंडोनेशिया 67

मैक्सिको 37

स्पेन 32

ब्राजील 29

चाइना 22

यूनाइडेट स्टेड 12

कनाडा 8

यूके 8

फ्रेंच 6

जर्मनी 4

(नोट: साइबर पुलिस की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़े वल्र्ड स्टैटिक्स आर्गनाइजेशन के हैं.)

अब तो एनईपी 2020 के अनुसार भी साइबर की पढ़ाई स्कूलों में अनिवार्य हो गई है। स्कूल में ऐसेे सेशन समय-समय पर हमेशा होते रहते हैं। डिजिटल दुनिया में नई-नई चीजें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आ रही हैं। इसमे सही गलत की जानकारी होना बहुत आवश्यक है।

उदय राय, एआई लैब एक्सपर्ट, सरमाउंट इंटरनेशनल स्कूल

बच्चों की संख्या तेजी से फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम समेत अन्य प्लेटफॉर्म पर बढ़ रही है। बच्चे हैकर के टूल ना बनें। इसके लिए उन्हें अवेयर करना बहुत जरूरी है। साइबर अवेयरनेस के लिए सबसे अच्छा माध्यम भी बच्चे ही हो सकते हैं।

उपेन्द्र कुमार सिंह, एसआई साइबर अपराध थाना

बच्चे ये जान लें कि सोशल मीडिया पर अगर वो गलती कर रहे हैं तो वह छुप नहीं सकते हैं। कुछ ही दिन में उनका नाम उजागर हो जाता है। कभी-कभी बच्चे कम जानकारी होने की वजह से भी हैकर की बातों में आकर अपराध कर बैठते हैं। बच्चों को अवेयर होना होगा, कोई भी लालच वाले वेबसाइट से बचना होगा।

आदित्य सिंह, आईपीएस