- 56 गांवों में लगातार लगेगा ट्रेनिंग कैंप
- किसानों को फसल बीमा की भी दी जाएगी जानकारी
GORAKHPUR: जिले के 56 गांवों में लोगों को आपदा से बचाव के गुर सिखाए जाएंगे। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण और एनडीआरएफ की ओर से ट्रेनिंग कैंप लगाकर लोगों को जानकारी दी जाएगी। जिसमें गांवों में आपदा प्रबंध समिति का गठन करके करीब दो लाख लोगों को ट्रेंड किया जाएगा। इसकी शुरुआत आठ मार्च से होगी। गांवों का चयन करके ट्रेनिंग कैंप लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस कार्यक्रम की खास बात ये है कि इस बार किसानों को फसल बीमा के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
नेपाल के भूकंप से बढ़ी चिंता
आपदाओं से निपटने के लिए जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण तैयारियों में जुटा है। वर्ष 2015 में नेपाल की भूंकप त्रासदी का असर लोगों पर दिख रहा है। जिले में बाढ़ व सूखा के अलावा भूकंप का खतरा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में हर घर के कम से कम एक व्यक्ति को आपदा से बचाव की ट्रेनिंग देने का प्लान बनाया गया है। जागरुकता के लिहाज से गांवों में बड़े पैमाने पर ये अभियान चलाया जाएगा। ग्राम पंचायतों में आपदा प्रबंध समितियां बनाकर लोगों को विधिवत ट्रेंड किया जाएगा, ताकि किसी भी आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
गांव में चार दल, हर दल में 10 सदस्य
हर ग्राम पंचायत में आपदा प्रबंध समिति के गठन की तैयारी चल रही है। आबादी के हिसाब से ग्राम पंचायतों में कम से कम चार समितियों का गठन किया जाएगा। हर समिति में सदस्यों की न्यूनतम संख्या छह और अधिकतम 10 होगी। गांवों में गठित आपदा प्रबंध समितियों को राज्य स्तरीय ट्रेनर ट्रेनिंग देंगे। इसके बाद समिति के सदस्य गांव के लोगों के साथ समय-समय पर रिहर्सल कराएंगे। इस प्लान के तहत समिति के सदस्यों का डाटाबेस तैयार करके जिला प्रशासन को दिया जाएगा। मोबाइल नंबर सहित प्रशिक्षित ग्रामीणों की जानकारी अफसरों के पास रहेगी। किसी आपदा के दौरान ट्रेंड ग्रामीणों को मौके पर बुलाकर उनसे मदद भी ली जाएगी। ट्रेंड लोगों को प्रशासन की ओर से परिचय पत्र दिए जाएंगे।
समिति में ये होंगे पदाधिकारी, सदस्य
ग्राम प्रधान, लेखपाल, ग्राम विकास अधिकारी, प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, क्षेत्र पंचायत सदस्य, पूर्व प्रधान, बीएलओ, पंचायत मित्र और सफाई कर्मचारी
डाटाबेस में होंगी ये जानकारियां
ग्राम आपदा प्रबंध समिति के सदस्यों का नाम व मोबाइल नंबर
गांव तक पहुंचने के रास्तों की जानकारी
गांव के आसपास की भौगोलिक स्थिति
आपदा के दौरान सुरक्षित स्थान
बिजली, पानी और सड़क की सुविधाएं
सीएचसी, पीएचसी, स्कूल और अन्य सरकारी संस्थान
आपदा से बचाव के उपकरण मिलेंगे
ट्रेनिंग के बाद ग्राम आपदा प्रबंध समिति को उपकरण भी दिए जाएंगे। इनकी मदद से ट्रेंड ग्रामीण आपदा में फंसे लोगों को मदद पहुंचा सुरक्षित कर सकेंगे।
लाइफ ब्वाय रिंग
लाइफ जैकेट
टार्च
गैलेन
स्ट्रैचर
हेलमेट
मेगा फोन
फर्स्ट एड किट
अग्निशमन यंत्र
आपदाओं से निपटने के लिए हर व्यक्ति के पास जानकारी होनी चाहिए। आठ मार्च से 56 गांवों में ट्रेनिंग शुरू की जाएगी। इस बार फसलों के बीमा फायदे से भी किसानों को अवगत कराया जाएगा। इसके लिए अनुमति मिल चुकी है।
गौतम गुप्ता, प्रबंधक, जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण गोरखपुर