- प्रदेश के सभी राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेजेज में बनेगी डिजिटल लाइब्रेरी
- बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन ने शुरू की कवायद
GORAKHPUR: राजकीय पॉलीटेक्निक स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी है। प्रदेश के सभी राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेजेज में डिजिटल लाइब्रेरी बनाए जाने की तैयारी है। बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन, लखनऊ ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। इस संबंध में जिम्मेदार अफसरों को जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। डिजिटल लाइब्रेरी बनने की खबर से सिटी स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक और महिला पॉलीटेक्निक के स्टूडेंट्स भी काफी खुश नजर आ रहे हैं।
साल के अंत तक होगी शुरुआत
प्राविधिक शिक्षा परिषद से मिली जानकारी के मुताबिक डिजिटल लाइब्रेरी की ये सुविधा 2016 के अंत तक मिलनी शुरू हो जाएगी। इसमें स्टूडेंट्स सभी स्टडी मैटेरियल्स ऑनलाइन या फिर कंप्यूटर सिस्टम पर आसानी से पढ़ सकेंगे। इसके अलावा उन्हें इसे सेव करने का भी ऑप्शन मिलेगा।
मल्टी नेशनल कंपनी को जिम्मेदारी
राजकीय महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज प्रशासन के मुताबिक 2013 में डिजिटल लाइब्रेरी के लिए प्राविधिक शिक्षा परिषद की तरफ से सभी कॉलेजेज से प्रस्ताव मांगा गया था। इस पर प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया। इस कार्य का जिम्मा किसी मल्टी नेशनल कंपनी को दिया जाएगा। डिजिटल लाइब्रेरी बनाने के अलावा कंपनी के एंप्लाई स्टूडेंट्स को इसका इस्तेमाल करना भी सिखाएंगे। महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज प्रिंसिपल एसपीसी लाल ने बताया कि डिजिटल लाइब्रेरी बनाने का कार्य जल्द ही शुरू हो जाएगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि डिजिटल लाइब्रेरी बनने से यहां लगभग 884 छात्राओं को फायदा मिलेगा।
इन ब्रांच के स्टूडेंट्स को मिलेगा लाभ
- इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग - 60
- इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी - 60
- टेक्सटाइल डिजाइन - 60
- कंप्यूटर साइंस - 60
नोट - इन सभी ब्रांचेज में तीन वर्षीय पाठ्यक्रम के तहत पढ़ाई होती है।
क्या है डिजिटल लाइब्रेरी?
डिजिटल लाइब्रेरी में डॉक्यूमेंट्स की सॉफ्ट कॉपी को सीडी में पीडीएफ फॉर्मेट में सेव किया जाता है। इसके जरिए इंटरनेट पर मैग्जीन, आर्टिकल्स, बुक्स, पेपर्स, इमेज, साउंड फाइल्स और वीडियो आसानी से देखे जा सकते हैं। इसके लिए किसी एक्सपर्ट को भी बुलाने की जरूरत नहीं है बल्कि आप इसे खुद इसे आसानी से एक्सेस कर सकते हैं। इन पीडीएफ फाइलों से प्रिंट भी लिया जा सकता है।
डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधा जल्द ही स्टूडेंट्स को मिलनी शुरू हो जाएगी। न्यू सेशन से स्टूडेंट्स इसका लाभ ले सकेंगे।
- एसपीसी लाल, प्रिंसिपल, राजकीय महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज