गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर में यह किसी एक थाना क्षेत्र की बात नहीं है। बल्कि कई एरिया में 18 से 25 साल तक के युवा वाट्सएप ग्रुप बनाकर गलत काम कर रहे हैं। अभी हाल ही में बड़ी मश्क्कत के बाद पुलिस ने ईगल गैंग का खात्मा किया था। इसके बाद से ही अब महाकाल ग्रुप और बिच्छू गैंग का नाम तेजी से फेमस हो रहा है।
एक ग्रुप में 30 मेंबर
बताया जा रहा है कि प्रेजेंट टाइम में गुलरिहा में महाकाल ग्रुप आए दिन मारपीट की घटना को अंजाम दे रहा है। एक ग्रुप में 18 से 25 वर्ष के 30 सदस्य हैं। गुलरिहा एरिया में कई अवैध कामों में इनका इन्वॉल्वमेंट है। साथ ही मारपीट का भी ठेका लेते हैं। ग्रुप में बस एक मैसेज पडऩे की देर है, इसके बाद दो दर्जन से अधिक लड़के बाइक से एकत्रित हो जाते हैं। कहीं भी मारपीट की घटना को अंजाम देकर ये निकल जाते हैं। रविवार को गुलरिहा क्षेत्र जंगल डुमरी नंबर दो के खपड़हवा चौराहे के पास बाइक सवार को विपरीत दिशा से आ रही तेज रफ्तार मैजिक पर टिप्पणी करना भारी पड़ गया। मैजिक चालक ने वाट्सएप पर चल रहे महाकाल ग्रुप पर मैसेज फारवर्ड कर दिया। कुछ देर बाद दर्जनों की संख्या में ग्रुप के सदस्य पहुंचे और किराना की दुकान में मारपीट और तोडफ़ोड़ करके दो भाइयों को मारपीट कर घायल कर दिया। पीडि़त की तहरीर पर गुलरिहा थाना पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
गोरखपुर में वाट्सएप पर चल रहे इतने ग्रुप
। बिच्छू गिरोह
। देवा ग्रुप
। गैंगेस्टर ग्रुप
। एके 47 ग्रुप
। गुंडों की टोली
। डी कंपनी ग्रुप
वाट्सएप से असलहा बेचते धराए
जनवरी 2023 में गोला एरिया में अवैध असलहों के साथ बदमाश पकड़े गए थे। कम उम्र के इन बदमाशों के पास से मंहगे मोबाइल मिले। जिसमे आधा दर्जन नामों से वाट्सएप ग्रुप बनाए गए थे। इन बदमाशों ने बताया कि ये लोग उज्जैन से असलहा मंगाते हैं। फिर उसे वाट्सएप ग्रुप में डालकर पंसद कराया जाता है। कट्टा 6 हजार तक तो पिस्टल 35 हजार तक रेट लगाते हैं। वाट्सएप पर डिमांड करने पर असलहा घर तक पहुंचाया जाता है।
गुलरिहा में मारपीट की घटना हुई थी। उसमे नामजद मुकदमा पीडि़त की तहरीर पर दर्ज किया गया है। महाकाल ग्रुप की जांच चल रही है। इसमे शामिल लोग क्या करते है, उसका पता किया जा रहा है।
मनोज कुमार अवस्थी, एसपी नॉर्थ