- मार्केट में डायमंड ज्वैलरी की ब्रॉड रेंज और वैरायटी मौजूद
- रिंग, फ्यूजन ज्वैलरी के साथ छोटी चीजों की डिमांड
GORAKHPUR: गहने के बिना महिलाओं का साज-श्रृंगार अधूरा सा होता है। गोल्ड हमेशा ही लेडीज के फेवरेट रहे हैं। शादी-विवाह, तीज-त्योहारों में इनकी खरीदारी भी जमकर की जाती है। मगर वक्त बदलने के साथ अब लोगों का टेस्ट भी बदलने लगा है। लोग ज्वैलरी अब सिर्फ सजने-संवरने के लिए नहीं, बल्कि इन्वेस्टमेंट ऑप्शन के तौर पर भी करने लगे हैं। इस तरह डायमंड ज्वैलरी भी लोगों की पहुंच में आ चुकी है। इनवेस्टमेंट के साथ शौक पूरा करने के लिए लोग इसकी परचेजिंग कर रहे हैं, जिसका उन्हें काफी अच्छा रिटर्न भी मिल रहा है।
सॉलिटेयर सबसे ऊपर
ज्वैलरी मार्केट में इनवेस्टमेंट की बात करें तो यहां सबसे ऊपर सिंगल डायमंड जिसे सराफा लैंगवेज में सॉलिटेयर कहा जाता है, इसकी सबसे ज्यादा डिमांड है। इसमें मिनिमम 35 हजार से लेकर अपनी पहुंच के मुताबिक लोग इनवेस्ट कर बेहतर रिटर्न पा रहे हैं। एचपीजीके में डायमंड सेक्शन देखने वाले सौमित्र सराफ की मानें तो डायमंड और गोल्ड की फ्यूजन ज्वैलरी के साथ लाइट वेट डायमंड ज्वैलरी की काफी डिमांड है। सॉलिटेयर में भी लोग मिनिमम एक लाख रुपए से अपनी पहुंच तक इनवेस्ट कर रहे हैं।
डायमंड में यह है खास
प्रॉडक्ट रेंज स्टार्ट्स
लेडीज रिंग 5000 से
जेंट्स रिंग 15000 से
इयर रिंग 10000 से
पी सेट 25000 से
एन सेट 100000 से
बैंगिल्स 70000 से
लेडीज ब्रेसलेट 25000 से
जेंट्स ब्रेसलेट 100000 से
नोज पिंस 2000 से
पेंडेंट 7000 से
यह रखें सावधानी
- डायमंड में धूल की परत जल्दी जम जाती है, इसे रेग्युलर साफ करते रहें
- साफ करने के लिए गर्म पानी में इसे डाल दें और आधे घंटे बाद पुराने टूथब्रश से साफ कर दें
- डेली यूज करने वाली ज्वैलरी को कम से कम 3 माह में एक बार चेक जरूर कराएं
- डायमंड चार क्राउन में फिक्स होते हैं, इसलिए इसे साफ करते वक्त हल्के हाथ से सफाई करें
खरीदते वक्त दें ध्यान
- हीरा किस परपज से खरीदना है, इसके बारे में ज्वैलर्स को जरूर बताएं और वह जो रेकमंड करें उसे ही प्रिफर करें
- डायमंड ज्वैलरीज का सर्टिफिकेट जरूर लें
- परचेजिंग के बाद इसकी रेसिप्ट की भी जरूर डिमांड करें
- यह जांच लें कि डायमंड ज्वैलरी हॉलमार्क है या नहीं
- इसमें बायबैक गारंटी मिल रही है या नहीं
- सॉलिटेयर्स लेने के दौरान उसपर मेंशन नंबर की जांच जरूर कर लें, इसकी डीटेल नंबर से ऑनलाइन हासिल की जा सकती है।
वर्जन
इस वक्त मार्केट में फ्यूजन ज्वैलरीज की सबसे ज्यादा डिमांड है। डायमंड को गोल्ड के साथ फ्यूज कर ज्वैलरी बनाई जाती है, जिससे इसकी खूबसूरती और वजन दोनों ही बढ़ जाता है। देखने में भी यह काफी अटै्रक्टिव लगते हैं। सबसे ज्यादा इयररिंग, ब्रेसलेट और शादी-विवाह के सीजन में डायमंड नेकलेस की डिमांड रहती है।
- सौमित्र सराफ, हरिप्रसाद गोपीकृष्ण सराफ
बॉक्स
डायमंड
इंडिया में हमेशा से ही गोल्ड की डिमांड ज्यादा रही है लेकिन टाइम के साथ-साथ लोग अब डायमंड ज्वैलरी को भी प्रिफरेंस देने लगे हैं। लाइट वेट और बजट फ्रेंडली डायमंड ज्वैलरी अवेलेबल होने की वजह से अब इसकी डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है। डायमंड सबसे ज्यादा गोल्ड के कॉम्बिनेशन में प्रिफर किया जाता है लेकिन हाई-एंड ज्वैलरी की बात करें तो यह प्लैटिनम के साथ अवेलेबल है। इन दिनों डायमंड ज्वैलरी प्रेशियस स्टोंस के कॉम्बिनेशंस में ज्यादा पसंद की जा रही है।
फैक्ट्स
- डायमंड को सबसे पहले इंडिया में डिसकवर किया गया था और इसके बाद ब्राजील में।
- डायमंड खरीदने से पहले इनके चार 'सी' को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। वो सी हैं, कट, क्लैरिटी, कलर और कैरेट।
- डायमंड का कट इसके ब्रिलियंस को रिप्रेजेंट करता है। सबसे बेहतर कट होता है डायमंड कट जिसमें सबसे ज्यादा शाइन होती है।
- डायमंड जितना ज्यादा कलरलेस होगा, उसकी क्वॉलिटी उतनी ही बेहतर होगी।
- कैरेट का मतलब सिर्फ डायमंड का वेट होता है।