- पिपराइच एरिया का चर्चित ककरहिया कांड
- लखनऊ में चल रहा था घायल धर्मेद्र का उपचार
GORAKHPUR : ककरहिया में बदमाशों के हमले में मारे गए धर्मेद्र का अंतिम संस्कार थर्सडे को हुआ। राप्ती नदी के राजघाट तट पर पुलिस की मौजूदगी में क्रियाकर्म कराया गया। पिता ने बेटे की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान धर्मेद्र के शुभचिंतकों की भीड़ जमा रही। धर्मेद्र की मौत से लोग मातम में डूबे रहे। उधर, सुरक्षा को देखते हुए ककरहिया में पुलिस बल तैनात रहेगा।
13 मई को गांव में बदमाशों ने दागी गोली
पिपराइच एरिया के ककरहिया निवासी राम चंदर के बेटे धर्मेद्र पासवान पर बदमाशें ने हमला किया। 13 मई की सुबह करीब नौ बजे बदमाशों की हिमाकत पर पब्लिक की हिम्मत भारी पड़ी। लगातार फायर झोंक रहे बदमाशों को पब्लिक ने खदेड़ लिया। बदमाशों के हमले में गांव के वीरेंद्र की जान चली गई। धर्मेद्र के साथ-साथ जयहिंद और अंगद घायल हो गए। मुठभेड़ में दो बदमाश भी गांव में मारे गए। हालत गंभीर होने से धर्मेद्र को मेडिकल कॉलेज से केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया। वेंस्डे मार्निग धर्मेद्र की उपचार के दौरान मौत हो गई। रात में उसकी डेड बॉडी गांव पहुंची। थर्सडे मार्निग राजघाट में राप्ती नदी पर उसका अंतिम संस्कार कराया गया।
पुलिस की सक्रियता की खुल गई पोल
धर्मद्र के पिता रामचंदर ने शूटर धीरज उर्फ धीरु, भीटी खोरिया के राघवेंद्र पांडेय, लखनऊ के पवन, औराही निवासी प्रापर्टी डीलर बहादुर चौहान, अरुण निषाद और किसन पासवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। पवन पहले से पुलिस हिरासत में था। वेंस्डे को आरोपी बहादुर और किसन ने सरेंडर कर दिया। दोनों को सरेंडर करने का पुलिस ने पूरा मौका दिया। दो अभियुक्तों धीरज और राघवेंद्र मारे जा चुके हैं। घायल पवन को पुलिस जेल भेज चुकी है। फरार अरुण निषाद की तलाश करने का दावा पुलिस कर रही है।
सुरक्षा को देखते हुए ककरहिया में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। फरार अभियुक्त की तलाश की जा रही है।
गिरजेश तिवारी, एसओ पिपराइच