-जंगल टिकरिया में जमकर कट रहे पेड़
-डीएफओ को मिली सूचना, रंगे हाथ दबोचा
GORAKHPUR: बांकी रेंज के जंगल टिकरिया में साखू और सागौन के पेड़ों की जमकर क9टान हो रही है। पब्लिक की सूचना पर डीएफओ ने रविवार की सुबह जंगल से शहर भेजी जा रही अवैध लकड़ी बरामद की। कार्रवाई से लकड़ी तस्करों में हड़कंप मच गया। क्षेत्र में चर्चा है कि वन माफियाओं की आपसी लड़ाई में मुखबिरी होने से ये कार्रवाई हुई।
सरहरी चौकी पर पकड़ा
डीएफओ को रविवार की भोर में लकड़ी तस्करी की सूचना मिली। किसी ने कॉल कर उन्हें बताया कि जंगल टिकरिया में कटे पेड़ों के बोटे पिकअप से शहर ले जाए जा रहे हैं। सूचना मिलते ही डीएफओ ने टीम अलर्ट कर दी। वे तुरंत ही गुलरिहा थाना के सरहरी चौकी के पास पहुंच गए। जैसे ही पिकअप आती दिखाई दी, वन कर्मचारियों ने घेराबंदी कर उसे रोक लिया। पकड़े जाने के डर से ड्राइवर कूदकर फरार हो गया। गाड़ी की तलाशी में 15 बोटा साखू की लकड़ी बरामद हुई। ट्रैक्टर से खींचकर गाड़ी को वन चौकी ले जाया गया।
गाड़ी नंबर से हुई पहचान
पिकअप के रजिस्ट्रेशन नंबर से गाड़ी मालिक की पहचान हुई। जांच में पता लगा कि गुलरिहा के रघुनाथपुर, मिरचाईन टोला निवासी नरसिंह पांडेय के नाम से गाड़ी रजिस्टर्ड है। डीजल पांडेय के नाम से मशहूर नरसिंह लकड़ी का कारोबार करता है। उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुएवाहन सीज कर दिया गया। वन कर्मचारियों ने बताया कि तीन साल पहले नरसिंह के उघर में लगी अवैध आरा मशीन को जब्त कर लिया गया था। अवैध लकड़ी बरामद होने पर गुलरिहा पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। जेल से छूटने के बाद वह दोबारा जंगल से पेड़ों से कटान कराने लगा।
फॉरेस्टर की लापरवाही पड़ रही भारी
जंगल टिकरिया से पेड़ों की कटान में फॉरेस्टर की लापरवाही सामने आई है। बरामदगी के बाद लोगों ने डीएफओ से शिकायत दर्ज कराई। लोगों ने बताया कि क्षेत्र में सरहरी, रघुनाथपुर, करमौरा, जंगल डूमरी सहित कई जगहों पर चोरी छिपे आरा मशीनें चलाई जा रही हैं। इन पर जंगल से कटे पेड़ों 9की लकड़ी चीरी जाती है। जंगल के आसपास रहने वाले लोगों ने कटान के लिए वन कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए इसपर रोक की मांग की।