- अष्टमी पूजन के बाद मां की प्रतिमाओं के दर्शन के लिए उमड़े लोग

- जागरण व लंगर आयोजित, शाम से लेकर पूरी रात रही मेला की धूम

GORAKHPUR: नवरात्र की अष्टमी और नवमी तिथि की मिलन वेला पर देवी पांडालों में परंपरानुसार संधि पूजन हुआ। घरों में भी लोगों ने अष्टमी पूजन किया। इसी के साथ लोग प्रतिमा दर्शन के लिए शहर में निकल पड़े। शाम के बाद शहर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती चली गई। प्रतिमा दर्शन के बाद लोगों ने मेले का लुत्फ लिया। खूबसूरत झालरों से सजे पांडालों की खूबसूरती देखते ही बन रही थी। कई जगहों पर पांडालों तक आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लंगर व जागरण का आयोजन किया गया था। लोग मां का दर्शन करते जाते और प्रसाद लेकर आगे बढ़ते जाते।

शाम 5 बजे संधि पूजन

कालीबाड़ी, रेतीचौक स्थित श्री श्री दुर्गा पूजा समिति द्वारा सजाए गए मां भगवती के दरबार में बंगाली परंपरानुसार शाम 5 बजे संधि पूजन शुरू हुआ। मंत्रोच्चारण के बीच भक्तों ने देवी मां के जयकारे लगाए। इस दौरान पश्चिम बंगाल के खास तौर पर आमंत्रित ढाकियों ने भक्तजनों के जयकारों के साथ थाप दी। पूजन के बाद भक्तों में प्रसाद वितरण हुआ। पूजा समिति के अध्यक्ष चंदन जायसवाल, उपाध्यक्ष आलोक जसरापुरिया, धीरज चौरसिया, ऋषभ गुप्ता शशांक शुक्ला, मंजीत श्रीवास्तव, विजय गुप्ता, अभिषेक चौरसिया आदि ने बताया कि अब 10 अक्टूबर को सुबह नौ बजे महानवमी पूजा शुरू होगी। जिसके बाद दोपहर में कुंआरी देवी पूजन और फिर हवन का कार्यक्रम है।