- मेडिकल कॉलेज में मौजूद ब्लड सेपरेशन मशीन में आई खराबी
- 211 मरीजों में अब तक हो चुकी है डेंगू की पुष्टि
GORAKHPUR: डेंगू की मार सिटी के लोगों पर लगातार पड़ती जा रही है। जिम्मेदारों की तमाम कोशिशों के बाद भी लगातार नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है। हालत यह है कि अब तक जिला अस्पताल की लैब से 211 लोगों को डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। वहीं कई सैंपल अब भी जांच के लिए गए हुए हैं। डेंगू की दस्तक से लोगों की परेशानी पहले ही बढ़ी हुई थी कि वहीं मेडिकल कॉलेज में ब्लड सेपरेशन मशीन खराब होने से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। मंगलवार को मशीन में खराबी आने से प्लेटलेट्स नहीं बन रहे हैं। जिससे मरीज और तीमारदारों की मुश्किलें कई गुना गढ़ गई हैं।
कुछ दिन पहले ही हुई है ठीक
डेंगू का कहर इन दिनों काफी तेज है। जरा सी लापरवाही मरीज की जान ले सकती है। ऐसे में तीमारदारों को प्राइवेट प्लेसेज से प्लेटलेट्स खरीद कर लाने के अलावा दूसरा कोई ऑप्शन नहीं बचा है। अभी कुछ दिन पहले भी मशीन में खराबी आई थी, जिसके बाद उसे ठीक कराया गया था, लेकिन कुछ ही दिनों मे फिर खराबी आ गई। ऑपरेशन और डेंगू मरीजों को इसकी जरूरत होती है। मंगलवार को एक तीमारदार जब प्लेटलेट्स लेने पहुंचा तो उसे मशीन के खराब होने की जानकारी दी गई। इसके बाद ब्लड बैंक की ओर से भी अस्पताल प्रशासन को इसकी जानकारी दे दी गई है। प्लेटलेट्स न मिल पाने से अब मरीजों को गोरखनाथ चिकित्सालय या फिर जिला अस्पताल तक की दौड़ लगानी होगी।
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बना एक और डेंगू वार्ड
जिला अस्पताल में डेंगू के मद्देनजर अलग वार्ड ही बना दिया गया है। जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। एचआर यादव ने बताया कि अस्पताल में डेंगू के 72 मरीजों का इलाज किया गया, जिसमें 64 को छुट्टी दी जा चुकी है। अभी भी आठ मरीजों का इलाज चल रहा है। बीमारी की गंभीरता को देखते हुए जिला अस्पताल में डेंगू के लिए एक और नया वार्ड बना दिया गया है। उधर, सीएमओ ने बैठक कर सभी स्वास्थ्य केंद्र अधिकारियों को डेंगू को लेकर विशेष सतर्कता बरतने का आदेश दिया है।
वर्जन
ब्लड सेपरेशन मशीन में कुछ तकनीकी खराबी आई है, इसकी जानकारी मिली है। कंपनी से संपर्क किया गया है, जल्द ही इसे ठीक करा लिया जाएगा।
डॉ। एके श्रीवास्तव, एसआईसी, बीआरडीएमसी