गोरखपुर (ब्यूरो)। इलाके में एंटी लार्वा की छिड़काव और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। डेंगू का प्रकोप तेजी से साथ बढ़ रहा है। शनिवार को जिले में दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। दोनों सैंपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज पॉजिटिव मिले हैं। इसमें एक मरीज पिपराइच और दूसरा सिद्धार्थनगर का रहने वाला था। अब संख्या बढ़कर 11 हो गई है।

मेडिकल कॉलेज में भी डेंगू की एंट्री

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भी डेंगू की एंट्री हो गई है। मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में इस महीने अब तक चार मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। मेडिकल कॉलेज में इनका इलाज चल रहा है। इसमेें से तीन बाहरी है। बीआरडी में जनवरी से लेकर अब तक डेंगू के कुल 16 मामले सामने आए। जिसमें इस महीने में चार मामले शामिल है। एचओडी डॉ। अमरेश सिंह ने बताया कि शनिवार को 16 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच की गई।

सीएचसी-पीएचसी के साथ ही सीएचओ भी कर सकेंगे जांच

जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। शहर से अधिक गांव में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। इसको देखते हुए गांव के ही अस्पताल में डेंगू की प्रारंभिक जांच हो जाएगी। इसके लिए सीएचसी व पीएचसी के साथ ही हेल्थ वेलनेस सेंटर (एचडब्लूसी) पर भी डेंगू जांच किट मुहैया कराई गई है। जिले में करीब 262 हेल्थ वेलनेस सेंटर संचालित हैं। इसके अलावा 21 सीएचसी और 18 पीएचसी भी संचालित है। इन सभी जगहों पर हेल्थ डिपार्टमेंट टीमों को डेंगू जांच के लिए रैपिट टेस्ट किट मुहैया कराया गया है। सीएमओ डॉ। आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि डेंगू जांच के लिए मरीज को गांव से शहर आने की जरूरत नहीं है। प्रारंभिक जांच एनएस-वन किट से हो जाएगी। यह जांच हेल्थ वेलनेस सेंटर पर तैनात कम्यूनिटी हेल्थ ऑफीसर(सीएचओ) ही कर सकेंगे। अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी तो मरीज को एलाइजा टेस्ट के लिए नमूना जिला अस्पताल भेजना होगा।