गोरखपुर (ब्यूरो)। रुक-रुक कर अब तक हुई बरसात एडीज मच्छरों के लार्वा तेजी से पनप रहे हैं, जोकि लोगों के लिए जी का जंजाल बन गए हैं। अब तक डेंगू ने 78 लोगों को अपना शिकार बनाया है।
डेंगू का प्रभाव रहने के दो हैं कारण
एसीएमओ डॉ। एके चौधरी ने बताया कि डेंगू का संक्रमण होने के दो अहम कारण होते हैँ। एक तो बारिश और दूसरा एडीज मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त तापमान। बारिश का पानी घर में अलग-अलग जगहों पर इकट्ठा हो जाता है या फिर घर के आसपास खाली पड़ी जमीनों पर, घरों के बेसमेंट में भरा रहता है। इसी पानी में मच्छर पनपते हैं। वहीं 26-35 डिग्री तक तापमान मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त होता है। तापमान जैसे-जैस घटना है मच्छरों के एक्टिव होने की शक्ति भी उसी अनुसार कम होती जाती है।
तीन तरह के डेंगू
अमूमन 90 परसेंट लोग डेन-1 की चपेट में आते हैं। यह वायरल बुखार के रूप में होता है। इससे लोग साधारण दवा से ही ठीक हो जाते हैं।
डेन-2 और डेन-3 वायरस खतरनाक होता है। प्लेटलेट इसी मेें तेजी से घटती है और मरीज की जान तक चली जाती है।
नंबर गेम
-29 डिग्री तापमान के दरम्यान अधिक होता है एडीज मच्छरों का प्रजनन
-20 डिग्री से कम हो तापमान तो निष्क्रिय हो जाते हैं एडीज मच्छर
-20 अक्टूबर के बाद अमूमन घटने लगता है डेंगू का ग्राफ
-26 अक्टूबर तक इस बार तेज रहा डेंगू का प्रभाव
-78 लोग अब तक हो चुके हैं डेंगू से बीमार
-50 से अधिक अस्पतालों में भर्ती किए जा रहे डेंगू वाले मरीज
एक नजर में डेंगू केस
सन - केस
2017 11
2018 25
2019 11
2020 09
2021 67
2022 318
2023 78
बीते एक सप्ताह में डेंगू
30 सितंबर-04 केस
29 सितंबर-06 केस
27 सितंबर-02 केस
26 सितंबर -01 केस
25 सितंबर - 05 केस
21 सितंबर -05 केस
20 सितंबर-04 केस
दीवाली बाद प्रभाव कम होने की उम्मीद
जिला मलेरिया अधिकारी अंगद कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू रोग के मच्छरों की सक्रियता अब तक रहने के पीछे मूल वजह देर तक रुक-रुक कर हुई बारिश है। बारिश कई दिनों तक लगातार हो तो लार्वा बह जाते हैं। बारिश रुक-रुक कर हो कहीं न कहीं पानी ठहर जाता है। इसी में मच्छरों का प्रजनन होता है। ठंडक भी इस बार कुछ देर से आ रही है। आजकल का तापमान मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त है। हालांकि केस अब कम हो रहे हैं। दीवाली के बाद उम्मीद है कि डेंगू का प्रभाव काफी कम हो जाएगा।