गोरखपुर (ब्यूरो)। जनवरी 2023 में चेन्नई से गोरखपुर आए पहले मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई। वह पीपीगंज के जसवल बाजार का निवासी है। चेन्नई में एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत है। डेंगू की पुष्टि होने पर हेल्थ डिपार्टमेंट में हड़कंप मच गया था। डेंगू के केस बढऩे पर विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। डेंगू वार्ड को भी तैयार कर दिया गया है।
बाहर से डेंगू पेशेंट
दिल्ली में एक प्राइवेट एजेंसी में कार्य करने वाले दिलेजाकपुर निवासी एक व्यक्ति में 2 अगस्त 2023 को डेंगू का सैंपल जांच के लिए भेजा गया। रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई। वहीं, कर्नाटक में रहने वाले चौरीचौरा के सरदारनगर निवासी एक व्यक्ति में 5 अगस्त 2023 तेज बुखार से पीडि़त थे। जब उनकी जांच कराई गई तो रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई। इसके बाद हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने एक्टिव होकर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया। इतना ही नहीं पिपरौली के पिछौरा हरदिया निवासी हैदराबाद में काम की तलाश में गए थे। वह कई दिनों से फीवर होने से परेशान थे। इसके बाद वह घर लौटे तो डेंगू की जांच कराई गई। रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि होने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
ये हैं सिंप्टम्स
तेज पेट दर्द, उल्टी
सांस लेने में दिक्कत
सिर चकराना
बुखार आना
नाक और मसूड़ों में ब्लड निकलना
थकान, बेचैनी, लिवर में सूजन उल्टी या मल में ब्लड आना
आंखों में दर्द, सिर दर्द और स्किन एलर्जी
ऐसे करें बचाव
घरों के आसपास पानी एकत्रित ना होने दें।
घर के आसपास बड़ी झाडिय़ां या घास हो तो उसे भी कटवा दें।
सप्ताह में कूलर, फूलदान, पशु व पक्षियों के बर्तन को साफ करें।
पुराने टायर, डिस्पोजल कप, कबाड़ में पानी जमा न होने दें।
पानी के बर्तन व टंकी की पूरी तरह ढक कर रखें।
नाली व गमलों में पानी जमा न होने दें।
खिड़की पर जाली लगाएं व मच्छरदानी का प्रयोग करें।
मच्छर के काटने से बचें, पूरे बाजू के कपड़े पहनें।
एक नजर में डेंगू केस
वर्ष केस
2017 11
2018 25
2019 114
2020 09
2021 67
2022 318
2023 11
(नोट: आंकड़ा मलेरिया विभाग के अनुसार 21 अगस्त 2023 तक का है.)
रूरल में प्रकोप ज्यादा
जनवरी से लेकर अब तक मलेरिया विभाग के रिकार्ड में 9 केस डेंगू के मिले हैं। इनमें 4 सिटी के और 5 रूरल एरिया के हैं। वहीं, बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 2 पेशेंट एडमिट हैं। ये पिपराइच और सिद्धार्थनगर जिले के रहने वाले हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट के रिकार्ड में इन केसेज को दर्ज नहीं किया गया है।
ठहरे हुए पानी में डेंगू के लार्वा पनपते हैं। इसलिए पब्लिक से अपील है कि वह आसपास साफ सफाई रखे। पानी को बराबर बदले। अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। मलेरिया, डेंगू आदि बीमारियों से बचाव जरूरी है। डेंगू से बचाव व एंटी लार्वा का छिड़काव के साथ-साथ इलाज के लिए बेड रिजर्व कर लिए गए हैं।
डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ गोरखपुर