गोरखपुर (ब्यूरो)।उन्होंने न्याय की मांग की। परिजनों के अनुसार जनता दर्शन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। चिलुआताल थाने में तहरीर देने के बावजूद अभी तक केस नहीं दर्ज हुआ है। काफी संख्या में पहुंचे परिवार के लोगों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और लापरवाही करने वाले डॉक्टर और स्टाप पर कार्रवाई की मांग की। इस दौरान डीएम ने कार्रवाई का आश्वासन दिया।
परिजनों ने आरोप लगाया कि ग्रीनलैंड हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज के डॉ। सुधीर गुप्ता का है। इसी हॉस्पिटल में बच्चे को वैक्सीन लगाई गई थी। इसके बाद उसकी तबीयत खराब हुई और मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने मांग की कि हॉस्पिटल का सीसी फुटेज निकाला जाए और मामले की मजिस्ट्रीयल जांच कराई जाए तथा डॉ। सुधीर गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज कराया जाए।
मैनेज करने की सलाह दे रही पुलिस
परिवार ने इसकी लिखित शिकायत पुलिस से लेकर डीएम, सीएमओ से की। लेकिन अब तक पीडि़त परिवार को केस नहीं दर्ज किया गया। मासूम के पिता का कहना है कि चिलुआताल थाने में तहरीर दी गई हैं लेकिन पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। उधर परिजनों ने डीएम कार्यालय पर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दोनों पक्ष के लोगों ने इस संबंध में डीएम से मुलाकात की है।
5 मार्च को मासूम को लगी थी वैक्सीन
गगहा निवासी सौरभ राय ने पांच मार्च को सात दिन के मासूम को ग्रीनलैंड हॉस्पिटल में वैक्सीन लगवाई थी। आरोप है कि वैक्सीन लगने के कुछ ही देर बाद नवजात की तबीयत बिगड़ गई। परिजन एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज लेकर गए। जहां पर बाल रोग विभाग में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान मासूम की मौत हो गई।
जांच कर होगी कार्रवाई
सीएमओ ने एक सप्ताह में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम यह भी देखेगी की अस्पताल का संचालन सरकारी अस्पताल के डॉक्टर तो नहीं कर रहे। सीएमओ डॉ। आशुतोष कुमार दुबे ने कहा, मासूम को जो वैक्सीन लगाई गई। उसकी जांच के लिए निर्देशित किया गया है। वैक्सीन का कोल्ड चेन मेंटेन किया गया था या नहीं। अस्पताल में वैक्सीन रखने की व्यवस्था है या नहीं। बाल रोग विशेषज्ञ या प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी ने वैक्सीन लगाया था या नहीं? इस सभी बिंदुओं पर जांच की जाएगी।
ग्रीनलैंड हॉस्पिटल से मेरा कोई संबंध नहीं है। मैं मेडिकल कॉलेज का डॉक्टर हूं और वहीं पर अपनी सेवाएं देता हूं। मेरे द्वारा हॉस्पिटल के संचालन का आरोप बेबुनियाद है।
डॉ। सुधीर गुप्ता