गोरखपुर (ब्यूरो)।गर्मी के इन दिनों में वर्तमान में 95 करोड़ वॉट डेली बिजली की जरूरत है। यानी सामान्य दिनों के मुकाबले 17 करोड़ वॉट बिजली की डिमांड इन दिनों बढ़ी है।
बता दें, ज्यादातर कंज्यूमर्स ने घर में बिजली के इस्तेमाल के आधार पर कनेक्शन का लोड लिया है। जबकि कई कंज्यूमर्स ने ऐसा नहीं किया है। इन कंज्यूमर्स पर जुर्माना लगाकर कनेक्शन का लोड बढ़ाना बिजली निगम की जिम्मेदारी है, लेकिन अभियंता सोए हुए हैं। इस कारण बिजली की वास्तविक डिमांड के आधार पर उपकरणों की क्षमता वृद्धि नहीं हो पा रही है।
गल जा रहे तार
अभियंताओं ने कहा, एबीसी केबल में तार के ऊपर प्लास्टिक लगी है। गर्मी में प्लास्टिक पहले से नरम है। ऊपर से लोड बढऩे से तार गर्म हो जा रहे हैं। प्लास्टिक गल रही है और तार आपस में सट जा रहे हैं। इससे केबल में आग लग जा रही है।
डिमांड बढ़ी तो अधिक दाम पर बिजली खरीदी
बिजली निगम के मुताबिक सामान्य दिनों में बिजली की खपत काफी कम होती है। इसलिए कम दाम पर बिजली की खरीद होती है लेकिन डिमांड अधिक बढऩे से अधिक कीमत में बिजली खरीदनी पड़ती है।
ऐसे रही बिजली की खपत
खंड किलोवॉट
टाउनहाल 2,06,220,77
बक्शीपुर 1,86,398,62
राप्तीनगर 89,440,05
मोहद्दीपुर 1,34,926,55
कैंपियरगंज 1,05,282,61
चौरीचौरा 1,51,185,98
गोरखपुर ग्रामीण प्रथम 2,10,860,22
गोरखपुर ग्रामीण द्वितीय 2,33,208,59
कौड़ीराम 1,44,337,56
सिकरीगंज 1,25,610,02
हाटा 1,81,087,37
(नोट: आंकड़े अप्रैल माह के हैं.)
गोरखपुर जिले में बिजली की मांग 950 मेगावाट से ज्यादा हो गई है। गर्मी में पहले से ट्रांसफार्मर और तार गर्म है। ऊपर से मांग बढऩे से तार गर्म हो जा रहे हैं। इस कारण फाल्ट हो रहे हैं। जल्द ही कंज्यूमर्स की दिक्कतों का समाधान कराया दिया जाएगा।
आशु कालिया, चीफ इंजीनियर गोरखपुर जोन