- दीवाली से पहले एनईआर को मिलने वाले हैं कई फैसिलिटी वाले आधा दर्जन दीनदयालु कोच
- कोच में पैसेंजर्स को मिलेंगी वॉटर फिल्टर, मोबाइल चार्जिग और बायो टॉयलेट जैसी सुविधाएं
- रेल बजट 2016 में रेल मंत्री ने लंबी दूरी वाली ट्रेंस में दीनदयालु कोच लगाने की घोषणा की थी
GORAKHPUR: इस बार की दिवाली सिर्फ एनई रेलवे के लिए ही नहीं बल्कि इस रूट पर सफर करने वाले पैंसेंजर्स के लिए भी खास होगी। क्योंकि एनईआर को जल्द ही आधा दर्जन दीनदयालु कोच मिलने वाले हैं। इन कोचों के मिलते ही इन्हें यहां से चलने वाली महत्वपूर्ण ट्रेंस में लगा दिया जाएगा। इस कोच में कई तरह की सुविधाएं होंगी जो सिर्फ राजधानी व शताब्दी जैसी टे्रंस के कोच में ही मिलती हैं। इससे जनरल ट्रेंस में भी पैसेंजर्स राजधानी जैसी सुविधाएं पा सकेंगे।
जनरल क्लास को मिलेगी सुविधा
बता दें, रेल बजट 2016 में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने लंबी दूरी की ट्रेंस में दीनदयालु कोच लगाने की बात कही थी। जिससे कि जनरल क्लास के पैसेंजर्स को भी स्लीपर व एसी क्लास जैसी आधुनिक सुविधाएं मिल सकें। अधिकारियों के मुताबिक कोच फैक्ट्री में दीनदयालु जनरल कोच तैयार हो चुका है। ये ऐसे जनरल कोच होंगे जिनमें लग्जरी सुविधाएं होंगी। इसमें वॉटर फिल्टर, मोबाइल चार्जिग और बायो टॉयलेट जैसी सुविधाएं होंगी।
एक कोच पर 81 लाख खर्च
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक एक दीनदयालु कोच को तैयार करने में 81 लाख रुपए का खर्च आया है। ट्रेन में दीनदयालु डिब्बे की पहचान के लिए इसके बीच में 5 शेप में ऑरेंज कलर की एक पट्टी पेंट की गई है। लंबी दूरी की ट्रेंस में दो से चार दीनदयालु कोच लगाए जाएंगे। इन कोचों को पहले महत्वपूर्ण (ओवर नाइट सर्विस) ट्रेंस में लगाया जाएगा। इसके बाद जैसे-जैसे कोच तैयार होते जाएंगे ये संख्या बढ़ाई जाएगी।
यह है खासियत
- हर डिब्बे में होंगे 20 से ज्यादा मोबाइल चार्जिग प्वॉइंट्स।
- डिब्बे में एंट्री गेट के पास ही दोनों तरफ वॉटर फिल्टर लगाए गए हैं।
- कोच में बायो टॉयलेट भी इंस्टॉल किए गए हैं। डस्टबिन भी है।
- एलईडी लाइट्स, फायर एक्सटिंग्यूशर विथ एंटी थेफ्ट अरेंजमेंट भी लगाए गए हैं।
- कोच के अंदर एल्यूमीनियम के कंपोजिट पैनल तैयार किए गए हैं।
- स्टेनलेस स्टील के डोरवेज पैनल से लैस है दीनदयालु कोच
- नए कोच का साइज भी बढ़ाया गया है। लगेज रखने का स्पेस ज्यादा दिया गया है।