गोरखपुर (ब्यूरो)। यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से जल्द ही इस प्रस्ताव को विद्या परिषद और कार्यपरिषद से पास कराकर राजभवन भेजा जाएगा। वहां से अप्रूवल मिलने के बाद किसी सीनियर प्रोफेसर को यह जिम्मेदारी दी जाएगी।
डिपार्टमेंट्स की होगी ऑडिट
डीन स्टूडेंट वेलफेयर की तरह ही डीन एकेडमिक्स की भी एक टीम होगी। यह टीम न्यू नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत ये नए-नए कोर्सेज को लेकर आएगी। इसके साथ ही यह यूनिवर्सिटी के सभी डिपार्टमेंट और एफिलिऐटेड कॉलेजों की एकेडमिक ऑडिट भी करेगी। वहां पर जो भी कमियां होंगी उनको दूर करने के लिए जरूरी सुझाव भी देगी।
डीन एकेडमिक्स के मुख्य काम -
- क्वालिटी एजुकेशन को बढ़ावा देना
- अलग-अलग संस्थानों के साथ एमओयू
- एजुकेशनल एक्टिविटीज, कॉन्फ्रेंस, सेमिनार ऑर्गनाइज करना
- रिसर्च और फेलोशिप को बढ़़ावा
- डिपार्टमेंट और कॉलेजों की एकेडमिक ऑडिट कर जरूरी सलाह देना
करेंगे कोऑर्डिनेशन
डीन एकेडमिक्स वाइस चांसलर के मार्गदर्शन में काम करेगा। शैक्षणिक वातावरण, कोर्सेज की योजना और शिक्षण योजना, एडमिशन से संबंधित मामलों और यूनिवर्सिटी के सभी डीन, एचओडी और अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर सभी शैक्षणिक मुद्दों को देखना इनका काम होगा। साथ ही स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक पहलुओं के संबंध में रिसर्च इनोवेशन और एकेडमिक डेवलपमेंट से संबंधित गतिविधियों को भी इसके कार्यालय से समन्वित किया जाएगा। डीन एकेडमिक विभिन्न शोध संस्थानों, यूनिवर्सिटीज और विदेश में उत्कृष्टता वाले केंद्रों के साथ औद्योगिक सहयोग और प्रशिक्षण व समझौता ज्ञापनों को सुविधाजनक बनाने के लिए काम करेगा।
यूनिवर्सिटी में क्वालिटी एजुकेशन और रिसर्च को बढ़ावा देने की मंशा से डीन एकेडमिक्स को नियुक्ति करने की योजना है। जल्द ही इस प्रस्ताव को एकेडमिक और एग्जिक्यूटिव काउंसिल से पास कराकर राजभवन भेजा जाएगा। वहां से अप्रूवल मिलने के बाद किसी सीनियर प्रोफेसर को इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी।
- प्रो। पूनम टंडन, वीसी, डीडीयूजीयू