- दो जून को रेलवे स्टेशन से बाल मुकुंद का हुआ था अपरहण
- खोताखोरों की मद्द से निकाली गयी लाश
GORAKHPUR: रेलवे स्टेशन पर पीसीओ और फोटो कॉपी की शॉप चलाने वाले बाल मुकुंद नायक का अपरहण किया गया था। एसटीएफ की जांच में उसकी हत्या की वजहों का खुलासा हुआ। खुलासे के बाद से ही पुलिस लाश की तलाश में जुट गई थी। फ्राइडे को रेलवे चौकी प्रभारी एसएन सिंह कैंट पुलिस और गोताखोर को लेकर गगहा एरिया के कोठा गांव पहुंचे। गोताखोंरों ने राप्ती नदी से लाश को बाहर निकला। इस गांव के लोगों ने भी लाश को निकलवाने में पुलिस की काफी मदद की। लाश पूरी तरह से सड़ चुकी थी। पुलिस ने शिनाख्त के बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
कुशीनगर जिले के बोदरवार निवासी बाल मुकुंद रेलवे स्टेशन पर दुकान चलाते थे। उनकी मुलाकात बैंक से फ्रॉड करने वाले गैंग से हो गयी। इसके बाद वह भी इस गैंग में शामिल हो गया। इस गैंग ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर यूनियन बैंक से पांच लाख 90 हजार रुपये निकाल लिए थे। इसका राज खुलने के डर से बाल मुकुंद का अपहरण कर लिया गया। उसके बाद बदमाशों को फंसने का डर सताने लगा। बदमाशों ने व्यापारी की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद लाश को राप्ती नदी में फेंक दिया। यह खुलासा एसटीएफ की टीम ने थर्सडे को किया। इस में टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। दो दिन से रेलवे चौकी प्रभारी एसएन सिंह, कैंट पुलिस और गगहा की पुलिस नाव से लाश की तलाश कर रही थी। फ्राइडे को गोताखोरों की मद्द से लगभग चार बजे शाम को गगहा एरिया के कोठा गांव के समीप राप्ती नदी से बाल मुकुंद की लाश निकाली गयी।