- अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

- असम राइफल्स में तैनात थे चंदौली के पारसनाथ

GORAKHPUR:

असम राइफल्स में तैनात जवान पारसनाथ यादव का शव मंगलवार को गांव पहुंचा। सैनिक सम्मान के साथ गोला स्थित मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। सैनिक दाह संस्कार में क्षेत्रीय लेागों की भीड़ उमड़ी। जवान की चिता को उनके बड़े बेटे विजय कुमार ने मुखाग्नि दी। इस दौरान वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आई।

11 मार्च को एक्सीडेंट के हुए शिकार

गोला एरिया के चंदौली निवासी पारसनाथ यादव असम राइफल्स में थे। उनकी तैनाती मारन जिले में चल रही थी। 11 मार्च को एक्सीडेंट में पारसनाथ की मौत हो गई। इसकी सूचना से परिजनों को मिली तो गांव में मातम पसर गया। मंगलवार की दोपहर पारसनाथ शव गांव पहुंचा। शव पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। असल राइफल्स के जवान और जीआरडी जवानों की मौजूदगी में शव यात्रा निकाली गई। शव यात्रा में क्षेत्र-ज्वार के सैकड़ों लोग शामिल हुए।

मुक्तिधाम में हुआ अंतिम संस्कार

गोला के मुक्तिधाम पर जवानों ने पारसनाथ को अंतिम सलामी दी। पारसनाथ के बड़े बेटे ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। परिजनों ने बताया कि एक्सीडेंट के एक घंटे पहले घरवालों से उनकी बात हुई थी। पारसनाथ के दो बेटे विजय और पन्नेलाल, एक बेटी पिंकी है। बड़ा बेटा विजय दुबई में रहकर कमाता है। कुछ दिन पहले वह घर लौटा था। जवान की अंत्येष्टि में इंस्पेक्टर एसके सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष पवन त्रिपाठी, ब्लाक प्रमुख रत्‍‌नेश यादव सहित कई लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।